नई दिल्ली: कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) के पंजाब (Punjab) के मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद भी कांग्रेस (Congress) का संकट खत्म होता नहीं दिख रहा. दरअसल कांग्रेस आलाकमान नए सूबे मुख्यमंत्री के नाम को लेकर माथापच्ची कर रही है. खबर थी कि पंजाब में मुख्यमंत्री पद को लेकर अंबिका सोनी (Ambika Soni) का नाम लगभग फाइनल हो गया है, लेकिन उन्होंने सेहत का हवाला देकर सूबे की कमान संभालने से इनकार कर दिया. इससे पहले पंजाब के सीएम पद की रेस में पंजाब पार्टी के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ सबसे आगे थे, लेकिन उनके नाम पर सहमती नहीं बन सकी और कांग्रेस आलाकमान ने वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अंबिका सोनी के नाम पर मुहर लगाई थी. Punjab: पंजाब कांग्रेस विधायक दल की प्रस्तावित बैठक स्थगित हुई
चंडीगढ़ में पंजाब के नए मुख्यमंत्री की घोषणा को लेकर कांग्रेस विधायक सुखजिंदर सिंह रंधावा (Sukhjinder Singh Randhawa) ने कहा कि अगले 2-3 घंटे में फैसला ले लिया जाएगा. मिली जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार देर रात एक बैठक की, जिसमें पार्टी नेता अंबिका सोनी, महासचिव संगठन के.सी. वेणुगोपाल मौजूद रहे. बैठक आधीरात के बाद समाप्त हुई. सूत्रों ने कहा कि नए मुख्यमंत्री और अमरिंदर सिंह को शांत करने की रणनीति पर भी चर्चा हुई. अंबिका सोनी पंजाब से हैं और वरिष्ठ नेता रह चुकी हैं. सूत्रों ने यह भी कहा कि चुनाव होने तक उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है क्योंकि सोनी के सोनिया गांधी के साथ अच्छे संबंध हैं.
Punjab | A decision will be taken in the next 2-3 hours:
Congress MLA Sukhjinder Singh Randhawa on the announcement of new Punjab CM, in Chandigarh pic.twitter.com/9RqqwWVyhI
— ANI (@ANI) September 19, 2021
सूत्रों का कहना है कि पार्टी एक सिख नवजोत सिंह सिद्धू को राज्य कांग्रेस प्रमुख और चुनाव में एक गैर सिख सीएम उम्मीदवार के रूप में चाहती है. अन्य नामों में प्रताप सिंह बाजवा और लुधियाना के सांसद रवनीत सिंह बिट्टू शामिल हैं. कांग्रेस में ‘कुर्सी की लड़ाई’ में पंजाब में शासन का सबसे ज्यादा नुकसान : आप
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के उत्तराधिकारी का चयन करने के लिए शनिवार को कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की बैठक बुलाई गई थी, लेकिन बैठक स्थगित कर दी गई. पार्टी सूत्रों ने कहा कि विधायक दल के नए नेता के नाम पर अभी आम सहमति नहीं बन पाई है.
हरीश रावत जी और अजय माकन जी ने कल सभी विधायकों के साथ बैठक की। सभी विधायकों ने एक प्रस्ताव पारित किया गया है, अब इस पर सोनिया गांधी जी का जो भी निर्णय होगा वो हमें मंजूर होगा: पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष पवन गोयल pic.twitter.com/3axTCaynRL
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 19, 2021
अमरिंदर सिंह ने शनिवार दोपहर पार्टी में अंदरूनी कलह के बीच इस्तीफा दे दिया था. पार्टी के प्रदेश प्रभारी हरीश रावत ने मीडिया को बताया कि अमरिंदर सिंह और एक अन्य सदस्य को छोड़कर कुल 80 विधायकों में से 78 ने सोनिया गांधी को सीएलपी का नया नेता चुनने के लिए अधिकृत किया. पार्टी आलाकमान ने रावत के साथ सीएलपी बैठक के लिए अजय माकन और हरीश चौधरी को केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में प्रतिनियुक्त किया था.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अमरिंदर सिंह ने महीनों के राजनीतिक संघर्ष के बाद शनिवार को पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और कहा कि उन्होंने 'अपमानित' महसूस होने पर पद छोड़ दिया. साथ ही उन्होंने कहा कि "भविष्य की राजनीति का विकल्प हमेशा होता है और मैं उस विकल्प का इस्तेमाल करूंगा. "पंजाब में अलगे वर्ष के शुरू में विधानसभा चुनाव होने हैं. राज्य विधानसभा का कार्यकाल 27 मार्च को समाप्त हो रहा है.