चंडीगढ़, 5 नवंबर: पंजाब (Punjab) के प्राचीन गौरव को बहाल करने का संकल्प लेते हुए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) ने शुक्रवार को कहा कि राज्य जल्द ही 'भारत की सुनहरी गौरैया' में तब्दील हो जाएगा. श्री विश्वकर्मा पूजा उत्सव के अवसर पर फगवाड़ा शहर में एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि एक तरफ राज्य के समग्र विकास और दूसरी तरफ अपने लोगों की समृद्धि के लिए ठोस प्रयास किए जाएंगे. पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने 'बसेरा' योजना के तहत 269 झुग्गी वासियों को मालिकाना हक के दस्तावेज सौंपे
भगवान विश्वकर्मा का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि भगवान के आशीर्वाद से राज्य को उच्च आर्थिक विकास के पथ पर लाने के लिए एक तंत्र विकसित किया जा रहा है. प्रदेश के व्यापक विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है. अपनी सरकार को आम आदमी की सरकार बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले दिन से ही उनका मुख्य जोर पारदर्शी, उत्तरदायी और नागरिक केंद्रित प्रशासन सुनिश्चित करने पर है.
उन्होंने कहा कि सस्ती बिजली, बसेरा योजना, 'लाल लकीर' के भीतर रहने वाले लोगों के स्वामित्व के अधिकार और अन्य सहित कई पथ-प्रदर्शक पहल उनकी सरकार द्वारा पहले ही शुरू की जा चुकी हैं. इतना ही नहीं, आने वाले दिनों में और भी कई फैसले लिए जाएंगे. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वे दिन गए जब आम आदमी, किसान, कर्मचारी और अन्य लोगों को अपनी समस्याओं के लिए सरकार की ओर देखना पड़ता था.