प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने यहां गुरुवार को एक चुनावी रैली में कहा कि "ये बदला हुआ हिंदुस्तान है, कोई आंख दिखाए तो ये डरने वाला नहीं है." उन्होंने कहा कि अब भारत संगठित है, सामूहिकता का भाव है और समस्याओं का सही समाधान चाहता है. भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जब तक गरीबों की पाई-पाई वसूल नहीं हो जाएगी, तब तक वह चैन से नहीं बैठेंगे.
उन्होंने कहा, "मैंने 2019 लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) की सभाओं में कहा था कि पहले 5 साल में मैं देश को लूटने वालों को जेल के दरवाजे तक ले गया हूं. अब जब तक गरीब की लूटी हुई पाई-पाई वसूल नहीं होगी, तब तक आपका ये सेवक चैन से नहीं बैठेगा. जिन्होंने देश को लूटा है उन्हें लौटाना चाहिए या नहीं?"
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मोदी ने कहा, "विश्वभर में जितने भी बिजनेस लीडर्स से मेरी बात होती है, वो हर कोई भारत आने के लिए आतुर हैं. बीते पांच वर्ष में भारत में निवेश की ग्रोथ में पांच गुना बढ़ोतरी हुई है. भारत आज दुनिया के अग्रणी एफडीआई फ्रेंडली देशों में है." उन्होंने कहा, "हमारी सरकार ने अर्थव्यवस्था से जुड़े कई बड़े फैसले लिए हैं. भारत में मैन्युफैक्च रिंग को प्रमोट करने और स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करने के लिए कॉरपोरेट टैक्स में भारी छूट दी है."
प्रधानमंत्री ने कहा, "स्पष्ट नीति और बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्च र के आधार पर हम 5 ट्रिलियन डॉलर की इकॉनोमी के लक्ष्य को हासिल करके ही रहेंगे." मोदी ने कहा, "आज सुरक्षा, स्वच्छता और स्पीड, इन सभी मोर्चो पर एक साथ काम किया जा रहा है. वंदे भारत और तेजस एक्स्प्रेस जैसी आधुनिक और तेजी से चलने वाली ट्रेनें अनेक जगहों से शुरू हो चुकी हैं. हमारा भीम ऐप और रूपे कार्ड आज एक बड़ा ब्रांड बन चुका है. रूपे कार्ड दुनिया के अनेक देशों में अब सुविधा दे रहा है. आज भारत में 29 करोड़ रूपे कार्ड उपयोग में हैं, जिनमें से करीब 2 करोड़ महाराष्ट्र में ही हैं."
प्रधानमंत्री ने एक बार फिर अनुच्छेद 370 का जिक्र करते हुए कहा, "आखिर क्यों अब तक 370 को दूर करने की हिम्मत नहीं दिखाई गई थी? क्या भारत के इतिहास में पहली बार प्रचंड बहुमत से सरकार बनी है? क्या पहली बार किसी दल को लगातार दूसरी बार अवसर मिला है? सामूहिकता की ताकत को सरकार के एक बड़े फैसले के माध्यम से आप अनुभव कर रहे हैं. ये फैसला है 370 का. 70 साल से 370 की ये बहुत बड़ी रुकावट एक देश, एक संविधान की राह में खड़ी थी. इस रुकावट को दूर करने की बातें तो बहुत हुईं, लेकिन कभी किसी ने हिम्मत नहीं दिखाई.
प्रधानमंत्री ने जनता से संवाद करते हुए कहा, "आपने पांच साल के लिए सरकार चुनी है. अभी पांच महीने भी पूरे नहीं हुए हैं, लेकिन इतने कम समय में ही पांच वर्षो का खाका हमने खींच लिया है. आपका आशीर्वाद ही मुझे ये ताकत देता है. देश से लेकर विदेश नीति तक में नई धार, नई रफ्तार आपको दिख रही है. नए भारत का नया आत्मविश्वास दुनिया को दिख रहा है."