कोलकाता:- पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 (West Bengal Election 2021) में अभी भले ही कुछ समय शेष है. लेकिन सूबे की सियासी लड़ाई अपने चरम पर पहुंच चुकी है. इस बीच सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (TMC) में इस्तीफे की झड़ी लग जाने पर बीजेपी के हौसले बुलंद है. पार्टी ने पूरी ताकत पश्चिम बंगाल में झोंक दी है. बीजेपी ने दावा किया है कि 2021 का विधानसभा चुनाव आते-आते ममता बनर्जी सरकार अल्पमत में आ जाएगी. गृह मंत्री अमित शाह मिशन 200 लेकर मैदान में उतरे हैं. दूसरी तरफ सत्ता को बचाए रखने के लिए सीएम ममता बनर्जी ने भी एड़ी चोटी का बल लगा दिया है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने इस सियासी हलचल को तेज करते हुए बीजेपी को चैलेंज दे दिया है.
दरअसल प्रशांत किशोर ने सोमवार को एक ट्वीट किया. जिसमें उन्होंने कहा कि 'मीडिया के समर्थित एक तबका बीजेपी को बढ़ा चढ़ाकर दिखाकर माहौल बना रहा है. हकीकत में बीजेपी को दहाई का आंकड़ा पार करने में भी मुश्किल होगी. कृपया इस ट्वीट को सेव कर लें और अगर बीजेपी अच्छा करती है तो मैं यह काम छोड़ दूंगा. प्रशांत किशोर का यह बयान उस वक्त आया है जब गृह मंत्री अमित शाह पश्चिम बंगाल के दौरे पर से लौटे हैं. West Bengal Assembly Election 2021: अमित शाह बोले-ऐसा रोड शो जिंदगी में नहीं देखा, जनता बदलाव चाहती है.
प्रशांत किशोर के इस ट्वीट के बाद बीजेपी भी हमलावर हो गई है. बीजेपी महासचिव और पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने पलटवार किया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, भाजपा की बंगाल में जो सुनामी चल रही हैं, सरकार बनने के बाद इस देश को एक चुनाव रणनीतिकार खोना पड़ेगा. गौरतलब हो कि पश्चिम बंगाल के चुनावी हो चुके माहौल में ममता बनर्जी ने बंगाली अस्मिता कार्ड को तेजी से चला है.
प्रशांत किशोर का ट्वीट:-
For all the hype AMPLIFIED by a section of supportive media, in reality BJP will struggle to CROSS DOUBLE DIGITS in #WestBengal
PS: Please save this tweet and if BJP does any better I must quit this space!
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) December 21, 2020
ममता बनर्जी बीजेपी नेताओं को बाहरी बताकर एक माहौल बनाने में जुटी हैं. जिसके जवाब में भाजपा ने भी बंगाली महापुरुषों के गौरवगान के जरिए काउंटर शुरू कर दिया है. बंगाल के हर उन महापुरुषों को पार्टी याद करने में जुटी है, जिन्होंने बंगाल से राष्ट्रवाद की अलख जगाई. इससे पहले बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपने दौरे के दौरान ममता बनर्जी के बाहरी होने के दावे पर सवाल उठाते हुए कहा था कि जनसंघ संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी बाहरी थे क्या?