सोनिया गांधी के गढ़ से पीएम मोदी ने भरी हुंकार, कहा- राफेल डील में क्वात्रोकी मामा या मिशेल अंकल नहीं इसलिए भड़की है कांग्रेस
रायबरेली में पीएम मोदी (Photo Credit- Twitter BJP)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के गढ़ रायबरेली में हैं. यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के गढ़ रहे रायबरेली का पीएम मोदी का यह पहला दौरा है. रायबरेली पहुंचने पर पीएम मोदी ने मॉडर्न कोच फैक्ट्री का निरीक्षण किया. प्रधानमंत्री अपने दौरे पर 1100 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण तथा शिलान्यास करेंगे. पीएम ने इस दौरान कांग्रेस पर उसी के गढ़ से निशाना साधा. पीएम मोदी ने कहा कि पुरानी सरकारों ने यहां अनदेखी की. उन्होंने कहा कि 2014 तक मात्र 3 फीसदी मशीनें काम कर रही थी. मगर मैं केंद्र यहां काम करने को लेकर प्रतिबद्ध हूं.

पीएम मोदी ने कहा कि यहां आने से पहले मैं पास ही में बनी मॉर्डन कोच फैक्ट्री में था. मैंने उस फैक्ट्री में इस वर्ष बने 900वें डिब्बे को हरी झंडी भी दिखाई. पहले की सरकारों की क्या कार्यसंस्कृति रही है, इसकी गवाह रायबरेली की रेल कोच फैक्ट्री भी है. आगे उन्होंने कहा कि ये फैक्ट्री 2007 में स्वीकृत हुई थी. 2010 में ये फैक्ट्री बनकर तैयार भी हो गई. लेकिन उसके बाद 4 साल तक इस फैक्ट्री में कपूरथला से डिब्बे लेकर उनमें पेंच कसने और पेंट करने का काम हुआ. जो फैक्ट्री नए डिब्बे बनाने के लिए थी, उसे पूरी क्षमता से कभी काम ही नहीं करने दिया गया.

युवाओं के लिए बढ़ेगा रोजगार 

रायबरेली में एक जनसभा को संबोधित करते वक्त पीएम मोदी ने कांग्रेस को निशाने पर लिया. पीएम मोदी ने कहा कि अगर कोच फैक्ट्री की क्षमता बढ़ेगी तो यहां के युवाओं के लिए हर तरह के रोजगार बढ़ेंगे. उस दिन के बारे में सोचिए, जब यहां हर रोज 10-12 नए कोच बनने लगेंगे.  फैक्ट्री की क्षमता का विस्तार, कामगारों, इंजीनियरों, टेक्नीशियनों के लिए भी रोजगार के नए अवसर लेकर आएगा.

ग्लोबल हब बनेगा रायबरेली 

पीएम मोदी ने कहा कि जब पहले की सरकार ने यहां पर रेल कोच फैक्ट्री का निर्माण तय किया था, तो ये तय हुआ था कि 5000 कर्मचारियों की नियुक्ति की जाएगी. लेकिन स्वीकृति इसके आधे पदों को ही दी गई. इतना ही नहीं, 2014 में हमने ये भी देखा कि यहां की कोच फैक्ट्री में एक भी नई नियुक्ति नहीं हुई थी. पहले संसाधनों का दुरुपयोग हुआ. मगर अब आज की स्थिति ये है कि लगभग 2 हजार नए कर्मचारियों को हमारी सरकार ने नियुक्त किया है. आज मुझे ये कहते हुए गौरव का एहसास हो रहा है कि आने वाले समय में रायबरेली, रेल कोच निर्माण के मामले में एक ग्लोबल हब बनने वाला है.

विपक्ष ने देश को ताक पर रख दिया

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि मोदी को उन्हें गाली देनी है, मैं जानता हूं. मोदी पर वो किसी भी तरह एक दाग लगा देना चाहते हैं, ये भी जानता हूं. लेकिन जानना चाहता हूं कि इसके लिए देश को ताक पर क्यों रख दिया गया है? क्यों देश की सुरक्षा से खिलवाड़ किया जा रहा है?. आज देश के सामने दो पक्ष हैं. एक पक्ष सरकार का, जो हर तरह से कोशिश कर रही है कि हमारी सेना की ताकत बढ़े. दूसरा पक्ष उन ताकतों का है, जो किसी भी कीमत पर देश को कमजोर करना हैं. देश देख रहा है कि कांग्रेस उन ताकतों के साथ खड़ी है जो हमारी सेनाओं को मजबूत नहीं होने देना चाहतीं.

झूठे आरोपों को लेकर कांग्रेस को घेरा 

पीएम मोदी ने कहा कि रामचरित मानस में एक चौपाई है. गोस्वामी तुलसीदास जी ने लिखा है कि भगवान राम किसी का व्यक्तित्व समझाते हुए कहते हैं- “झूठई लेना, झूठई देना, झूठई भोजन, झूठ चबेना”. यानि कुछ लोग झूठ ही स्वीकार करते हैं, झूठ ही दूसरो को देते हैं, झूठ का ही भोजन करते हैं और झूठ ही चबाते हैं.

राफेल को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ऐसे लोगों के लिए देश का रक्षा मंत्रालय भी झूठा है, देश की रक्षा मंत्री भी झूठी हैं, भारतीय वायुसेना के अफसर भी झूठे हैं, फ्रांस की सरकार भी झूठी है, अब तो उन्हें देश की सर्वोच्च अदालत भी झूठी लगने लगी है.

सच को ऋंगार की जरूरत नहीं

पीएम मोदी ने कहा कि सच को ऋंगार की जरूरत नहीं होती और झूठ चाहे जितना भी बोला जाए, उसमें जान नहीं होती. लेकिन हमारे यहां ये भी कहा गया है- “जयेत् सत्येन चानृतम्”. यानि झूठ बोलने की प्रवृत्ति पर सत्यवादिता से ही विजय प्राप्त होती है. करगिल युद्ध के बाद हमारी वायुसेना ने आधुनिक विमानों की जरूरत बताई थी. अटल जी की सरकार के बाद कांग्रेस ने 10 साल देश पर राज किया, लेकिन वायुसेना को मजबूत नहीं होने दिया. आखिर क्यों? किसके दबाव में?.