भारत-चीन के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत खत्म, पीएम मोदी ने कहा- दोनों देश विश्व में शांति का उदाहरण, मतभेदों को झगड़ा नहीं बनने देंगे
पीएम नरेंद्र मोदी (Photo Credit-ANI)

चेन्नई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) के बीच मुलाकात खत्म हो गई है. दोनों नेताओं के बीच कोव रिजॉर्ट में लगभग 40 मिनट तक बातचीत चली. इस मुलाकात के बाद दोनों देशों के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई. इस वार्ता में पीएम मोदी, विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल मौजूद थे. इस बातचीत में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम एक-दूसरे की चिंताओं को समझते हैं. मतभेदों को विवाद नहीं बनने देंगे. हमारे रिश्ते विश्व शांति का उदाहरण हैं. वहीं, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा, वे भारत में मिले सम्मान से अभिभूत हैं. भारत-चीन अहम पड़ोसी हैं. मैं भारत के स्वागत से अभिभूत हूं. शी जिनपिंग ने कहा ये दौरा उनके और उनके साथियों के लिए यादगार रहेगा.

पीएम मोदी ने कहा, "वुहान स्पिरिट ने हमारे संबंधों को एक नया मोमेंटम और विश्वास दिया था. आज हमारे चेन्नई विजन से दोनों देशों के बीच सहयोग का एक नया दौर शुरू होगा.'' पीएम ने कहा, ''भारत और चीन के बीच सांस्कृतिक संबंध हैं. दोनों देशों के रिश्ते पहले से मजबूत हुए हैं. दोनों देशों के बीच के मतभेदों को हम झगड़ों में नहीं बदलने देंगे.'' पीएम मोदी ने कहा, 21वीं शताब्दी में भारत और चीन साथ-साथ नई ऊंचाइयों को प्राप्त कर रहे हैं. हमने तय किया था कि हम मतभेद को मिटाएंगे और कोई विवाद पैदा नहीं होने देंगे.

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चेन्नई विजन से दोनों देशों के बीच सहयोग का नया दौर शुरू होगा: पीएम मोदी 

पीएम मोदी ने आगे कहा, "मैं आप सभी का गर्मजोशी से स्वागत करता हूं. साल 2000 से दोनों देश आर्थिक शक्ति बने हुए हैं. उन्होंने कहा कि चेन्नई समिट में अब तक हमारे बीच द्वीपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर महत्वपूर्ण विचार विनिमय हुआ. पीएम मोदी ने कहा, हम एक दूसरे की समस्याओं के प्रति सोचेंगे. एक दूसरे के बारे में संवेदनशील बने रहेंगे."

भारत की मेहमाननवाजी से अभिभूत हूं: शी जिनपिंग

शी जिनपिंग ने कहा, "भारत की मेहमाननवाजी से बहुत अभिभूत हूं और यह मेरे लिए यादगार अनुभव है. पिछले साल हुई वुहान बैठक का क्रेडिट पीएम मोदी को जाता है. वुहान की पहल पीएम मोदी की थी और यह बहुत अच्छी कोशिश साबित हो रही है.' उन्होंने कहा मेरे इस दौरे से भारत और चीन के बीच भावनात्मक जुड़ाव काफी गहरा हुआ है. कल और आज हमारे बीच काफी अच्छी बातचीत हुई. हमने एक दूसरे से दोस्त की तरह बात की. चीनी मीडिया ने दोनों देशों के संबंधों पर बहुत कुछ लिखा है."