कोरोना संकट (Corona Crisis) और लॉकडाउन (Lockdown) के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के दूसरे कार्यकाल को शनिवार को एक साल पूरा हो गया है. इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने देश की जनता के नाम पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने पिछले 1 साल की सरकार की उपलब्धियों का जिक्र किया, साथ ही यह भी कहा कि एक साल में लिए गए फैसले बड़े सपनों की उड़ान है. प्रधानमंत्री मोदी ने पत्र में लिखा कि आज से एक साल पहले भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक नया स्वर्णिम अध्याय जुड़ा.
पीएम ने लिखा, देश में दशकों बाद पूर्ण बहुमत की किसी सरकार को लगातार दूसरी बार जनता ने जिम्मेदारी सौंपी थी. इस अध्याय को रचने में आपकी बहुत बड़ी भूमिका रही है. ऐसे में आज का यह दिन मेरे लिए, अवसर है आपको नमन करने का, भारत और भारतीय लोकतंत्र के प्रति आपनी इस निष्ठा को प्रणाम करने का.
पीएम ने लिखा, यदि स्थिति सामान्य होती तो मुझे आपके बीच आकर आपके दर्शन का सौभाग्य मिलता, लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से जो परिस्थितियां बनी हैं उन परिस्थितियों में, मैं इस पत्र के द्वारा आपका आशीर्वाद लेने आया हूं. यह भी पढ़ें- मोदी सरकार 2.0 के एक साल पूरे होने पर बीजेपी का मेगा प्लान, पार्टी 1000 कांफ्रेस और 750 वर्चुअल रैलियों का करेगी आयोजन.
कोरोना संकट के दौर में पीएम मोदी ने देशवासियों की हिम्मत बढ़ाते हुए कहा है कि हमें यह हमेशा याद रखना है कि 130 करोड़ भारतीयों का वर्तमान और भविष्य कोई आपदा या कोई विपत्ति तय नहीं कर सकती. हम अपना वर्तमान भी खुद तय करेंगे और अपना भविष्य भी. हम आगे बढ़ेंगे, हम प्रगति पथ पर दौड़ेंगे, हम विजयी होंगे.
वैश्विक महामारी कोरोना का उल्लेख करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हम तेज गति से आगे बढ़ रहे थे कि कोरोना वैश्विक महामारी ने भारत को भी घेर लिया. कई लोगों ने आशंका जताई थी जब कोरोना भारत पर हमला करेगा तो भारत पूरी दुनिया के लिए संकट बन जाएगा. लेकिन आज आपने भारत को देखने का नजरिया बदलकर रख दिया है.
प्रधानमंत्री मोदी ने पत्र में लिखा, कोरोना के बाद अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाना दुनिया के सामने सबसे बड़ी चुनौती बन गई है. भारत में आर्थिक क्षेत्र में दुनिया को चकित और प्रेरित करने का सामर्थ्य है, लेकिन इसके लिए पहले देश को आत्मनिर्भर बनाना होगा.
प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई कि 20 लाख करोड़ रुपये के आत्मनिर्भर भारत पैकेज के सहारे भारत आयात पर निर्भरता कम कर आत्मनिर्भर बनने में सफल होगा. उन्होंने स्वीकार किया कि यह काम इतना आसान नहीं है और देश के सामने बहुत सारी चुनौतियां और समस्याएं हैं. जिन्हें दूर करने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल के पहले साल की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए लिखा, 'पिछले एक साल में कुछ महत्वपूर्ण निर्णय ज्यादा चर्चा में रहे और इस वजह से इन उपलब्धियों का स्मृति में रहना भी बहुत स्वाभाविक है.' अनुच्छेद 370, राम मंदिर निर्माण, तीन तलाक हो या फिर नागरिकता संशोधन कानून, ये सारी उपलब्धियां सभी को स्मरण हैं.
पीएम ने लिखा कि एक के बाद एक हुए इन ऐतिहासिक निर्णयों के बीच अनेक फैसले और बदलाव ऐसे भी हैं जिन्होंने भारत की विकास यात्रा को नई गति और नए लक्ष्य दिए हैं. लोगों की अपेक्षाओं को भी पूरा किया है. पीएम मोदी ने देश की जनता के नाम लिखे पत्र में कहा कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पद के गठन ने जहां सेनाओं में समन्वय को बढ़ाया है, मिशन गगनयान के लिए भी भारत ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं.
पीएम ने अपने पत्र में कहा, मेरे संकल्प की ऊर्जा आप ही हैं, आपका समर्थन, आपका आशीर्वाद, आपका स्नेह. उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी के कारण यह संकट की घड़ी तो है ही, लेकिन हम देशवासियों के लिए यह संकल्प की घड़ी भी है. हमें याद रखना है कि 130 करोड़ भारतीयों का वर्तमान और भविष्य कोई आपदा या कोई विपत्ती तय नहीं कर सकती.