भोपाल, 1 अप्रैल: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को विपक्षी कांग्रेस पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए उस पर उनकी छवि खराब करने का 'प्रयास' करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि उनकी छवि खराब करने का प्रयास 2014 से ही किया जा रहा है, जब भारत की जनता ने उन्हें प्रधानमंत्री चुना. मोदी ने यह टिप्पणी भोपाल में की, जहां उन्होंने शहर के अपने दिनभर के दौरे के दौरान रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर 11वीं सेमी-हाई-स्पीड वंदे भारत ट्रेन को झंडी दिखाकर रवाना किया. मध्य प्रदेश के लिए यह पहली वंदे भारत एक्सप्रेस है, जो भोपाल और नई दिल्ली के बीच चलेगी.
मोदी ने कहा, "कुछ लोगों ने मेरी छवि खराब करने का संकल्प लिया है और ये 2014 से ही ऐसा प्रयास कर रहे हैं. इनमें से कुछ देश के भीतर कर रहे हैं, तो कुछ बाहर से इन लोगों का समर्थन कर रहे हैं. लेकिन, इस देश के लोग मेरे 'सुरक्षा चक्र' हैं." Madhya Pradesh: प्रधानमंत्री मोदी ने वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई
प्रधानमंत्री ने लोगों से अपील की कि वे उन लोगों के झांसे में न आएं और उनकी सरकार के विकासपरक दृष्टिकोण का समर्थन करें.
कांग्रेस और उसके नेता राहुल गांधी पर प्रहार किया, जिन्होंने उनके (मोदी) और बिजनेस टाइकून गौतम अडानी के बीच संबंधों पर सवाल उठाया था.
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके विरोधी (कांग्रेस और राहुल गांधी) रोज उन पर हमले कर रहे हैं. उन्होंने कहा, "लेकिन मैं मध्य प्रदेश के लोगों से आग्रह करूंगा कि वे विकास की दृष्टि के लिए अपना समर्थन जारी रखें और झूठे जाल में न फंसें. देश के विकास में मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण भूमिका है."
इस बीच, उन्होंने कई दशकों तक सत्ता में रहने के बावजूद भारत की रेलवे कनेक्टिविटी को अपग्रेड नहीं करने के लिए भी कांग्रेस की आलोचना की. उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे को 2014 से पहले केवल 600 करोड़ रुपये का बजट मिलता था, जो अब बढ़कर 13,000 करोड़ रुपये हो गया है.
मोदी ने कहा, "यह कांग्रेस और भाजपा सरकारों के बीच बुनियादी अंतर है. आजादी के बाद हमें भारतीय रेलवे का एक सेटअप मॉडल मिला है, और इसे अपग्रेड करने की आवश्यकता है. हालांकि, पिछली सरकारों ने केवल एक परिवार (गांधी परिवार) को खुश रखने पर ध्यान केंद्रित किया."
मध्य प्रदेश के लोगों को पहली वंदे भारत ट्रेन का तोहफा देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत के इतिहास में शायद यह पहली बार होगा कि एक प्रधानमंत्री एक ही रेलवे स्टेशन पर कम समय में दो बार आए. विशेष रूप से, भोपाल के दो रेलवे स्टेशनों में से एक - 'हबीबगंज' को विश्व स्तर की सुविधाओं के साथ पुनर्विकास किया गया था और इसका नाम बदलकर नवंबर 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोंड क्वीन रानी कमलापति के नाम पर रखा था.