नई दिल्ली, 24 सितम्बर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने गुरुवार को फिट इंडिया मुहिम (Fit India Campaign) की पहली वर्षगांठ के अवसर पर फिटनेस जगत की हस्तियों से संवाद किया. ताकि, देश के लोगों को फिट रहने के लिए प्रेरित किया जा सके. इस दौरान एक्टर और 'आयरन मैन' मिलिंद सोमन ने अपनी 81 वर्षीय मां को फिटनेस की मिसाल बताया. मिलिंद सोमन ने कहा कि उनकी मां ने 60 वर्ष की उम्र में ट्रैकिंग शुरू की. मिलिंद सोमन ने बताया कि वह फिट रहने के लिए जिम जाने में विश्वास नहीं करते. वह आठ बाई दस फुट की जगह में भी फिट रह सकते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक सवाल के जवाब में मिलिंद सोमन (Milind Soman) ने बताया, "मेरा कोई रुटीन नहीं है. मुझे एक्सरसाइज करना पसंद है. दिन में जितना समय मिलता है, चाहे तीन मिनट हो या तीन घंटा हो, मैं एक्टिविटीज करता रहता हूं. मैं कभी जिम नहीं जाता. मैं कभी मशीन यूज नहीं करता. अगर सामान्य रूप से फिट रहना है, हेल्दी बनना है तो घर पर भी आसान चीजों को लेकर भी फिट और हेल्दी रह सकता हूं. मैं लोगों से कहता हूं कि आठ बाई दस फुट की जगह में भी मैं फिट रह सकता हूं."
दिल्ली: प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से फिट इंडिया संवाद में भाग लिया। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री फिटनेस इन्फ्लुएंसर्स के साथ संवाद करेंगे। pic.twitter.com/dUCycZiORB
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 24, 2020
मिलिंद सोमन ने कहा, "मैं 2012 में दिल्ली से बांबे दौड़ा था. मेरी मां 81 साल की हैं, वो जो आज कर सकती हैं, मुझे उनकी उम्र में वैसा ही बनना है. मां मेरी मिसाल है. मिलिंद सोमन ने कहा कि हमारे दादा लोग 40-40 किमी पैदल चलते थे. देश के कई हिस्सों में महिलाएं पानी लेने के लिए 40-40 किमी चलती हैं.
मिलिंद सोमन ने कहा कि मैं मैराथॉन दौड़ सकता हूं. इसकी तैयारी कर सकता हूं. लोगों को समझ होनी चाहिए कि हमें कितना फिट रहना चाहिए. मैराथान, पर्वत चढ़ने के लिए या सामान्य जीवन के लिए फिट रहने के अलग-अलग मापदंड होते है. फिट इंडिया मूवमेंट के जरिए यह समझ विकसित होगी. लोगों को समझना चाहिए कि 40 की उम्र में जिंदगी खत्म नहीं होती, यहां से शुरूआत हो सकती है.