मुंबई. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को इस आरोप को खारिज किया कि राकांपा अध्यक्ष शरद पवार के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का मामला राजनीति से प्रेरित है और यह अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर दर्ज किया गया. उन्होंने कहा कि पवार के खिलाफ ईडी द्वारा धनशोधन का मामला दर्ज किए जाने में भाजपा नीत राज्य सरकार की कोई भूमिका नहीं है. नवी मुंबई के वाशी में शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘राज्य सरकार बदले की भावना नहीं रखती।’’
कार्यक्रम का आयोजन मथाडी नेता अन्नासाहेब पाटिल की 86वीं जयंती और मथाडी कानून लागू होने की 50वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में किया गया. महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक घोटाला मामले के संबंध में ईडी ने पवार, उनके भतीजे अजीत पवार और अन्य के खिलाफ धनशोधन रोकथाम कानून के तहत धनशोधन का मामला दर्ज किया है. यह भी पढ़े-महाराष्ट्र स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक घोटाला: ED की नोटिस के बाद शरद पवार का मोदी सरकार पर तंज, कहा-मैं दिल्ली की सत्ता के आगे नहीं झुकूंगा
ईडी का मामला मुंबई पुलिस की एक प्राथमिकी पर आधारित है जिसमें बैंक के पूर्व अध्यक्ष, महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार तथा सहकारी बैंक के 70 पूर्व पदाधिकारियों के नाम थे. मामले से महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल आ गया है. विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि उनके नेताओं के खिलाफ सरकार राजनीतिक विद्वेष से काम कर रही है.
अपनी पहली प्रतिक्रिया में, पवार ने मंगलवार की रात कहा कि उनकी चुनाव रैलियों को मिल रहे विशाल जन-समर्थन की की वजह से उनके खिलाफ राजनीति से प्रेरित मामला बनाया गया है. फडणवीस ने कहा, ‘‘सरकार का मामले से कोई लेना-देना नहीं है. बंबई उच्च न्यायालय ने भ्रष्टाचार के आरोपों में महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक के आरोपी निदेशकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया था.’’
उन्होंने कहा, ‘‘कोई भी व्यक्ति जो राजनीति को समझता है, वह जानता है कि राज्य इस तरह का (बदले की राजनीति जैसा) कोई कदम नहीं उठा सकता क्योंकि ईडी राज्य सरकार के अधिकारक्षेत्र में नहीं आता। जो दोषी हैं, उन्हें सजा मिलेगी। जो दोषी नहीं हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई का सवाल ही नहीं उठता.’’
वहीं, ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र की संस्कृति बदले की कार्रवाई को अनुमति नहीं देती. उन्होंने कहा, ‘‘हमारी संस्कृति विविध मतों को आगे रखने की अनुमति देती है, लेकिन बदले की कार्रवाई को माफ नहीं करती. ’’फडणवीस ने कहा कि उनकी सरकार ने मथाडी आंदोलन का हमेशा समर्थन किया और आगे भी करेगी.
उन्होंने कहा, ‘‘मथाडी मजदूरों के लिए सिडको द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान बनाए जा रहे हैं और मथाडियों को मकान निर्माण के लिए 2.5 लाख रुपये की सब्सिडी दी जा रही है.’’ठाकरे ने अपने भाषण में कहा कि उनके पिता बालासाहेब ठाकरे और अन्नासाहेब पाटिल ने मुंबई और महाराष्ट्र के मराठी लोगों को अधिकारों के लिए लड़ना सिखाया.