नई दिल्ली: देश की सुस्त होती अर्थव्यवस्था (Economy) और लगातार गिरते जीडीपी (GDP) को लेकर लोकसभा (Lok Sabha) में विपक्ष ने केंद्र सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ा. सोमवार को लोकसभा में कई मुद्दों पर केंद्र सरकार और विपक्ष के बीच तीखी बहस हुई. इसी बीच कॉर्पोरेट टैक्स पर चर्चा के दौरान कांग्रेस के सदन नेता अधीर रंजन चौधरी ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को निर्बला सीतारमण कह दिया, जिस पर देखते ही देखते विवाद बढ़ गया. उधर लोकसभा में विपक्ष को करारा जवाब देते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने कहा कि मुझे संसद में नामों से बुलाया जाता है. अगर किसी के डीएनए में सवाल पूछना और जवाब दिए जाने से पहले ही भाग जाना है तो यह किसी और पार्टी का है न कि हमारी पार्टी का.
बता दें कि राहुल बजाज के बयान पर मचे हंगामे पर वित्त मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार आलोचना को सुनती है. सरकार के कई मंत्री संसद में जवाब देने आ चुके हैं. उन्होंने कहा कि हम आलोचना से भागते नहीं हैं.
विपक्ष को निर्मला सीतारमण का जवाब
Finance Minister Nirmala Sitharaman in Lok Sabha: I have been called names in Parliament. If it is in anyone's DNA to ask questions & run away before answers are given, it is some other party and not our party. Each time we come to give replies instead of name-calling. pic.twitter.com/OkV1BgF1h1
— ANI (@ANI) December 2, 2019
विपक्ष के वार पर पलटवार करते हुए लोकसभा में निर्मला सीतारमण ने कहा कि मुझे बताया गया है कि मैं सबसे खराब वित्त मंत्री हूं. वे मेरा कार्यकाल खत्म होने तक का इंतजार भी नहीं कर रहे हैं. मैंने उनसे कहा कि कृपया मुझे और सुझाव दें. हम उस पर काम करेंगे. अगर कोई सरकार है जो सुनती है तो वह पीएम मोदी की सरकार है. यह भी पढ़ें: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा- हम चीन की कंपनियों को भारत में करेंगे आमंत्रित
मुझे बताया गया है कि मैं सबसे खराब वित्त मंत्री हूं
Finance Minister Nirmala Sitharaman in Lok Sabha: I have been told that I am the worst Finance Minister, they're not even waiting for me to finish my term. I told them that please give me more ideas, we will work on it. If there's a govt that listens, it is PM Modi's govt. pic.twitter.com/BZUuCVgHn4
— ANI (@ANI) December 2, 2019
गौरतलब है कि कॉर्पोरेट टैक्स पर चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि कॉर्पोरेट टैक्स कम करने पर सिर्फ बड़े को फायदा नहीं मिलता, बल्कि छोटे कारोबार को भी फायदा मिलता है. उन्होंने कहा कि यूएस-चीन के बीच व्यापार युद्ध के संकेत मिले हैं कि कई कॉर्पोरेट और बहुराष्ट्रीय कंपनियां चीन से बाहर निकलना चाह रही है. ऐसे में केंद्र सरकार को कॉर्पोरेट टैक्स कम करने का यही सही समय लगा.