इ्म्फाल, 19 जून. मणिपुर में बीजेपी सरकार पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं. बताना चाहते हैं कि भारतीय जनता पार्टी पर यह संकट चार मंत्रियों सहित नौ सदस्यों के इस्तीफे के बाद पैदा हुआ है. सूबे में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस जल्द दावा पेश करने वाली है. इसके साथ ही कांग्रेस ने अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए सूबे की राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला से विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने का अनुरोध किया है. पार्टी ने अजय माकन और गौरव गोगोई को इम्फाल के लिए भेजा है.
बता दें कि कांग्रेस सूबे में सेक्युलर प्रोग्रेसिव फ्रंट के जरिए गठबंधन सरकार बनाने की तैयारी में है.नए राजनीतिक घटनाक्रम के बाद राज्य के मुख्यमंत्री के खिलाफ विधायकों की संख्या अब 29 पहुंच गई है. सीएम बिरेन सिंह के समर्थन में अब 23 विधायक हैं जिनमें बीजेपी के 18, नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) के चार और एलजेपी के एक विधायक का समावेश है. यह भी पढ़ें-मणिपुर में बीजेपी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगी कांग्रेस: पार्टी विधायक इबोबी सिंह
वहीं राज्य में पैदा हुए सियासी घमासान के बीच कांग्रेस नेता ओ इबोबी सिंह मुख्यमंत्री की रेस में हैं. हालांकि यह तो आनेवाला समय ही तय करेगा की सूबे में सीएम की कुर्सी पर कौन बैठेगा. राज्य में भारतीय जनता पार्टी के विधायक एस सुभाषचंद्र सिंह, टीटी हाओकिप और सैमुअल जेंदई ने विधानसभा सदस्य और पार्टी से इस्तीफा दे दिया. इसके साथ ही बीजेपी सरकार से समर्थन वापस लेने वाले अन्य दो लोगो में टीएमसी विधायक टी रबिंद्र सिंह और निर्दलीय विधायक शहाबुद्दीन शामिल हैं.