लोकसभा में कांग्रेस (Congress) के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने सीबीआई (CBI) के अंतरिम निदेशक (Interim Director) एम. नागेश्वर राव की नियुक्ति को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को पत्र लिख कर आपत्ति जताई है. खड़गे ने प्रधानमंत्री से सीबीआई के नए प्रमुख की नियुक्ति के लिए चयन समिति की तत्काल बैठक बुलाने की अपील की है. इसके अलावा खड़गे ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि पूर्व सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा (Alok Verma) के मामले में केंद्रीय सतर्कता आयोग (CVC) की जांच रिपोर्ट और 10 जनवरी को हुई उच्चाधिकार प्राप्त चयन समिति की बैठक का ब्यौरा सार्वजनिक किया जाए ताकि जनता खुद निष्कर्ष पर पहुंच सके. खड़गे ने यह भी दावा किया कि इस मामले में सरकार के कदमों से यही संकेत मिलता है कि वह नहीं चाहती कि सीबीआई एक स्वतंत्र निदेशक के तहत काम करे.
Mallikarjun Kharge also asks the Prime Minister to convene Selection Committee meeting immediately for selection of new Director of CBI. https://t.co/DZiIcdCYEk
— ANI (@ANI) January 15, 2019
दरअसल, बीते 10 जनवरी को हुई चयन समिति की बैठक में खड़गे ने आलोक वर्मा को सीबीआई निदेशक के पद से हटाए जाने का विरोध किया था. खड़गे ने प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि सीवीसी की जांच रिपोर्ट, न्यायमूर्ति ए. के. पटनायक की जांच रिपोर्ट और चयन समिति की बैठक का ब्यौरा सार्वजनिक किया जाए ताकि जनता इस मामले में खुद निष्कर्ष तक पहुंच सके. उन्होंने प्रधानमंत्री से बिना किसी देरी के नए निदेशक की नियुक्ति के लिए चयन समिति की तत्काल बैठक बुलाने के लिए भी कहा है. खबरों के मुताबिक, न्यायमूर्ति पटनायक ने कहा कि आलोक वर्मा के खिलाफ भ्रष्टाचार के कोई साक्ष्य नहीं हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली एक उच्चाधिकार प्राप्त समिति ने गत गुरुवार को वर्मा को सीबीआई निदेशक के पद से हटा दिया था. इसके अगले दिन शुक्रवार को वर्मा ने सरकारी सेवा से इस्तीफा दे दिया. भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के 1979 बैच के अरुणाचल प्रदेश, गोवा, मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश (एजीएमयूटी) कैडर के अधिकारी वर्मा का तबादला कल महानिदेशक दमकल सेवा, नागरिक सुरक्षा एवं गृह रक्षा के पद पर कर दिया गया था. यह भी पढ़ें- जन्मदिन पर मायावती ने कार्यकर्ताओं से मांगा जीत का तोहफा, कहा- पुराने मतभेद भूलकर SP-BSP के सभी प्रत्याशियों को जिताएं
सीबीआई निदेशक के पद पर वर्मा का दो वर्षों का कार्यकाल आगामी 31 जनवरी को पूरा होने वाला था. लेकिन इससे 21 दिन पहले ही प्रधानमंत्री मोदी, लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति ए. के. सीकरी की समिति ने 2-1 के बहुमत से वर्मा को सीबीआई प्रमुख के पद से हटाने का फैसला किया. मोदी और न्यायमूर्ति सीकरी वर्मा को सीबीआई निदेशक पद से हटाने के पक्ष में थे जबकि खड़गे ने इसका विरोध किया था.
भाषा इनपुट