मुंबई: महाराष्ट्र की उद्धव सरकार आज शनिवार को अपना बहुमत साबित करेगी. इसके बाद कल यानी रविवार को विधानसभा स्पीकर का चुनाव होगा. शिवसेना, एनसीपी-कांग्रेस के गठबंधन में स्पीकर का पद कांग्रेस के खाते में गया है. कांग्रेस से नाना पटोले (Nana Patole) को उम्मीदवार बनाया गया है. बता दें कि इससे पहले खबरें आ रही थी कि कांग्रेस स्पीकर पद के स्थान पर डिप्टी सीएम का पद चाहती है. अब कांग्रेस ने विधानसभा स्पीकर के पद को स्वीकार कर लिया है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और उद्धव ठाकरे संग कैबिनेट मंत्री की शपथ लेने वाले बालासाहेब थोराट ने कहा कि नाना पटोले को स्पीकर के लिए उम्मीदवार बनाने का फैसला लिया गया है. बीजेपी ने किसन कठोरे (Kisan Kathore) का नाम स्पीकर उम्मीदवार के तौर पर फाइनल किया है.
इस बीच प्रोटेम स्पीकर बदलने से बीजेपी भड़की हुई है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के गठबंधन पर हमला बोलते हुए कहा है, उन्होंने कालिदास कोलम्बकर को प्रोटेम स्पीकर के पद से हटाकर दिलीप वलसे पाटील को यह जिम्मेदारी दी है. यह कानूनी तैर पर गलत है. पाटील ने कहा, शपथ भी सही ढंग से नहीं ली गई. हम गवर्नर से शिकायत करने जा रहे हैं और सुप्रीम कोर्ट का रुख भी करेंगे.
कांग्रेस से नाना पटोले तो बीजेपी ने किशन कठोरे का नाम-
Chandrakant Patil,BJP: Kisan Kathore will be BJP candidate for assembly speaker https://t.co/bpKKLoFBZa pic.twitter.com/zzNumIH0od
— ANI (@ANI) November 30, 2019
Chandrakant Patil,BJP: They(#MahaVikasAghadi) changed Protem speaker from Kalidas Kolambkar to Dilip Walse Patil, this is legally wrong, the oath was also not taken as per rules, the new Govt is violating all rules.We are filing petition with Governor,and might also approach SC pic.twitter.com/b6ptuB4uEd
— ANI (@ANI) November 30, 2019
बता दें कि उद्धव सरकार के लिए आज का दिन बेहद खास है. शिवसेना, एनसीपी-कांग्रेस के गठबंधन वाली 'महाविकास अघाड़ी' को आज बहुमत साबित करना है. शिवसेना नेता संजय राउत का दावा है कि, हमारे पास 170 के करीब विधायक हैं और हम आसानी से फ्लोर टेस्ट पास कर लेंगे. उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद का कार्यभार संभाला. गुरुवार को ठाकरे ने 6 मंत्रियों संग शपथ ली थी. हालांकि अब तक तीनों दलों के बीच मंत्रालयों का बंटवारा नहीं हो सका है.