मुंबई: महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर सियासी उठापटक अभी भी जारी है. राज्य में किस पार्टी की सरकार बनेगी अभी तक यह तय नहीं हो पाया है. इसी उठापटक के बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) का एक बयान आया है. दरअसल आज वे दिल्ली में कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से मुलाकात करने पहुंचे हैं. मुलाकात से पहले सरकार गठन को लेकर उन्होंने एक बड़ा बयान दिया है. मीडिया ने उनसे जब महाराष्ट्र में पिछले तीन हफ्ते से शुरू सियासी संकट पर सवाल पूछा तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि इसके बारे में बीजेपी-शिवसेना से जाकर पूछना चाहिए. क्योंकि राज्य में दोनों पार्टियों ने मिलकर चुनाव लड़ा है.
बता दें कि शिवसेना, एनसीपी-कांग्रेस के साथ सरकार गठन को लेकर न्यूनतम साझा कार्यक्रम के तहत बात हो चुकी है. लेकिन तीनों दलों की तरफ से अभी तक यह अधिकारिक रूप से ऐलान नहीं किया है कि एक साथ मिलकर सरकार बनायेंगे. इस बीच शिवसेना को समर्थन देने को लेकर एनसीपी की तरफ से रविवार को पुणे में कोर कमिटी की एक बैठक बुलाई गई थी. जिस बैठक में शरद पवार ने पार्टी के नेताओं से शिवसेना को समर्थन देने के बारे में चर्चा की. जिसके बाद देर शाम दिल्ली के लिए रवाना हो गए. यह भी पढ़े: महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी NCP प्रमुख शरद पवार से सोमवार को करेंगी मुलाकात
Sharad Pawar, Nationalist Congress Party (NCP): BJP-Shiv Sena fought together, we (NCP) and Congress fought together. They have to choose their path and we will do our politics. #Maharashtra pic.twitter.com/8RmvFVVnPw
— ANI (@ANI) November 18, 2019
दिल्ली पहुंचने के बाद आज शाम सोनिया गांधी से शरद पवार की मुलाकात होने वाली है. लेकिन मुलाकात से पहले शरद पवार का यह बयान शिवसेना के साथ सरकार बनाने पर सस्पेंस बढ़ा दिया है कि कांग्रेस और एनसीपी शिवसेना को अपना समर्थन देंगी या नहीं. ऐसे इसलिए कि अब तक खुद एसीपी प्रमुख यह बयान दे चुके हैं कि राज्य में तीनों दल मिलकर सरकार बनाएंगे और उनकी यह सरकार पूरे पांच साल सरकार चलाएगी. जो उनका यह बयान कहीं ना कहीं शिवसेना का सरकार बनाने को लेकर मुसीबत बढ़ा सकती है.