महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक (MSC BANK) घोटाले में नाम आने के बाद एनसीपी (NCP) के नेता अजित पवार (Ajit Pawar) ने आज पहली बार बयान देते हुए कहा है कि, 'शरद पवार का इस बैंक से कोई संबंध नहीं है. मुझे लगता है कि उनका नाम सिर्फ इसलिए खींचा गया क्योंकि मैं उनका रिश्तेदार हूं. मेरी वजह से शरद पवार और एनसीपी की बदनामी हो रही है. यही कारण है कि मैंने उनसे पूछे बिना इस्तीफा दे दिया है.
बता दें कि महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक घोटाला मामले में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार के भतीजे अजीत पवार और अन्य के खिलाफ धनशोधन का मामला दर्ज किया गया है. अधिकारियों ने इस बात की खबर मंगलवार को दी थी. उन्होंने कहा कि केंद्रीय एजेंसी द्वारा धन शोधन निरोधक अधिनियम के तहत पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर के तुल्य मानी जाने वाली प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) दर्ज की गई है. यह भी पढ़ें- एनसीपी नेता अजित पवार को बैंक घोटाले मामले में बड़ा झटका, सुप्रीम कोर्ट ने FIR दर्ज करने के आदेश पर दखल देने से किया इंकार
Ajit Pawar (NCP), on cooperative bank scam case: Sharad Pawar has no connection with this bank. I feel his name has been dragged just because I am his relative. Because of me, Sharad Pawar & NCP are being defamed. This is the reason I have resigned without asking him. pic.twitter.com/BMxTG8mgfo
— ANI (@ANI) September 28, 2019
यह मामला मुंबई पुलिस की एफआईआर के आधार पर दर्ज किया गया है जिसमें महाराष्ट्र के पूर्व उप मुख्यमंत्री अजीत पवार और सहकारी बैंक के 70 पूर्व पदाधिकारियों का नाम है. यह मामला ऐसे समय दर्ज हुआ है जब राज्य में अगले महीने विधानसभा चुनाव होने हैं.
महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक (MSC BANK) घोटाले में नाम आने के बाद एनसीपी (NCP) के नेता अजित पवार (Ajit Pawar) ने आज पहली बार बयान देते हुए कहा है कि, 'शरद पवार का इस बैंक से कोई संबंध नहीं है. मुझे लगता है कि उनका नाम सिर्फ इसलिए खींचा गया क्योंकि मैं उनका रिश्तेदार हूं. मेरी वजह से शरद पवार और एनसीपी की बदनामी हो रही है. यही कारण है कि मैंने उनसे पूछे बिना इस्तीफा दे दिया है.
बता दें कि महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक घोटाला मामले में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार के भतीजे अजीत पवार और अन्य के खिलाफ धनशोधन का मामला दर्ज किया गया है. अधिकारियों ने इस बात की खबर मंगलवार को दी थी. उन्होंने कहा कि केंद्रीय एजेंसी द्वारा धन शोधन निरोधक अधिनियम के तहत पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर के तुल्य मानी जाने वाली प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) दर्ज की गई है. यह भी पढ़ें- एनसीपी नेता अजित पवार को बैंक घोटाले मामले में बड़ा झटका, सुप्रीम कोर्ट ने FIR दर्ज करने के आदेश पर दखल देने से किया इंकार
यह मामला मुंबई पुलिस की एफआईआर के आधार पर दर्ज किया गया है जिसमें महाराष्ट्र के पूर्व उप मुख्यमंत्री अजीत पवार और सहकारी बैंक के 70 पूर्व पदाधिकारियों का नाम है. यह मामला ऐसे समय दर्ज हुआ है जब राज्य में अगले महीने विधानसभा चुनाव होने हैं.