महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने शुक्रवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. मुंबई (Mumbai) स्थित राजभवन में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से (Governor Bhagat Singh Koshyari) मिलकर देवेंद्र फडणवीस ने अपना इस्तीफा सौंपा. मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मेरा इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है. मुझे महाराष्ट्र की सेवा करने का मौका मिला. मैंने पारदर्शिता के साथ सरकार चलाने की कोशिश की. मैं महाराष्ट्र, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi), अमित शाह, जेपी नड्डा और हमारे सभी नेताओं का शुक्रगुजार हूं.
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि लोगों ने हमारे काम की वजह से हम पर भरोसा किया और दोबारा सेवा का मौका दिया. हालांकि इस बार हमारी सीटें थोड़ी कम रह गईं. उन्होंने शिवसेना की ओर निशाना साधते हुए कहा कि ढाई-ढाई साल के सीएम पद पर कोई निर्णय नहीं हुआ था. यह भी पढ़ें- महाराष्ट्र का सत्ता संघर्ष: जानें कब लगता है राष्ट्रपति शासन और क्या होते है इसके मायने.
Devendra Fadnavis: I have tendered my resignation to the Governor and he has accepted it https://t.co/js247DintG pic.twitter.com/eV0C38Z1Nf
— ANI (@ANI) November 8, 2019
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मैंने अमित शाह और नितिन गडकरी से भी इस बारे में पूछा, लेकिन उन्होंने भी मुख्यमंत्री पद पर 50-50 फॉर्मूले पर किसी भी तरह के फैसले से इनकार किया. उन्होंने कहा कि मैंने उद्धव ठाकरे के साथ कई मुद्दों पर काम किया है, लेकिन इस बार मैंने उद्धव ठाकरे को फोन किया तो उन्होंने मुझसे बात नहीं की.
Devendra Fadnavis: I again want to make it clear that it was never decided that for 2.5 years each the CM post will be shared. There was never a decision on this issue. Even Amit Shah ji and Nitin Gadkari ji said this was never decided pic.twitter.com/h0tIPdgvZq
— ANI (@ANI) November 8, 2019
देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि जब तक कोई वैकल्पिक व्यवस्था तैयार नहीं हो जाती, राज्यपाल ने मुझे कार्यवाहक मुख्यमंत्री रहने को कहा है. उन्होंने कहा कि सरकार ना बनाना जनादेश का अपमान है. खरीद-फरोख्त के झूठे आरोप लगाए गए. मैं भरोसा जताता हूं कि अगली सरकार भी बीजेपी के नेतृत्व में ही बनेगी.