बंगाल में बवाल: बीजेपी प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मिला, राज्य में पुनर्मतदान की मांग
ममता बनर्जी और पीएम मोदी (Photo Credits: PTI/File)

नई दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को चुनाव आयोग के अधिकारियों से मिला और पश्चिम बंगाल के हिंसा प्रभावित संसदीय क्षेत्रों में पुन: मतदान कराने की मांग की। इसके साथ ही उन्होंने राज्य में आचार संहिता के हटने तक केंद्रीय बलों की तैनाती का अनुरोध किया।

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने चुनाव आयोग के अधिकारियों से मिलने के बाद पत्रकारों से कहा, "हमने चुनाव आयोग को अपने कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा की विस्तृत जानकारी दी। हमने विशेष रूप से पश्चिम बंगाल के उन निर्वाचन क्षेत्रों में फिर से मतदान की हमारी मांग को दोहराया जहां सातवें और पहले के चरणों में हिंसा हुई है।"

इस दौरान उनके साथ रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और भाजपा के वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भाजपा उम्मीदवारों, पोल एजेंटों व पार्टी के प्रति सहानुभूति रखने वालों को धमकी देने का आरोप लगाते हुए उन्होंने चुनाव आयोग से मामले पर संज्ञान लेने का आग्रह किया। यह भी पढ़े-Exit Poll: एक्जिट पोल के नतीजों से भाजपा खेमे में उत्साह, कार्यकर्ता कर रहे जश्न की तैयारी

उन्होंने कहा, "हमने लोकसभा चुनावों के अंतिम चरण में हिंसा की घटनाएं देखी। वहां फिर से एक बार परिणामों के आने के बाद भी हिंसा हो सकती है।"

उन्होंने आगे कहा, "इसलिए, हमने आयोग से निष्पक्ष मतगणना के लिए मतगणना के अंत तक स्ट्रांगरूम में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय बलों को तैनात करने का अनुरोध किया है।"

उन्होंने कहा कि राज्य में आचार संहिता के लागू रहने तक केंद्रीय बलों को वहां तैनात रहना चाहिए। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने ओडिशा, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में मतगणना प्रक्रिया की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए आयोग से अपील की।