नई दिल्ली. कोरोना (Coronavirus Outbreak) का कोहराम भारत में थमने का नाम नहीं ले रहा है. कोविड-19 (COVID-19) की चपेट में आने के मामले रोजाना सामने आ रहे हैं. राजस्थान (Rajasthan) के कोटा (Kota) में बस भेजकर वहां के छात्रों को उत्तर प्रदेश में वापस ले आने के फैसले के बाद से ही राजनीति जारी है. बिहार (Bihar) में बीजेपी की सहयोगी जेडीयू शुरू से इस मसले पर यूपी सरकार को कटघरे में खड़ी कर रही है. इससे पहले सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा था कि यह लॉकडाउन की मर्यादा के खिलाफ है. इसी कड़ी में एक बार फिर नीतीश कुमार के पूर्व सहयोगी रहे प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने ट्वीट कर उनपर हमला बोला है.
प्रशांत किशोर ने ट्वीट करते हुए लिखा कि कोटा में फंसे बिहार के सैकड़ों बच्चों की मदद की अपील को नीतीश कुमार ने यह कहकर सिरे से ख़ारिज कर दिया था कि ऐसा करना लॉकडाउन की मर्यादा के खिलाफ होगा. लेकिन अब उन्हीं की सरकार ने भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक को कोटा से अपने बेटे को लाने के लिए विशेष सहायता मुहैया कराई है. ऐसे में नीतीश जी अब आपकी मर्यादा क्या कहती है? यह भी पढ़े-कोरोना से जंग: CM योगी का बड़ा फैसला, कोटा से यूपी के हजारों कोचिंग छात्रों को लाने के लिए भेजेगी 300 बसें
प्रशांत किशोर का ट्वीट-
कोटा में फँसे बिहार के सैकड़ों बच्चों की मदद की अपील को @NitishKumar ने यह कहकर ख़ारिज कर दिया था कि ऐसा करना #lockdown की मर्यादा के ख़िलाफ़ होगा।
अब उन्हीं की सरकार ने BJP के एक MLA को कोटा से अपने बेटे को लाने के लिए विशेष अनुमति दी है। नीतीश जी अब आपकी मर्यादा क्या कहती है? pic.twitter.com/mGy9v0MHQS
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) April 19, 2020
ज्ञात हो कि इससे पहले प्रशांत किशोर ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा था कि राज्य के लोग देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे हुए हैं और जेडीयू चीफ उनका मुद्दा उठाने के बजाय लॉकडाउन के सिद्धांतों का पाठ पढ़ा रहे हैं.