विश्व इस वक्त कोरोना वायरस के महामारी से त्रस्त है. कोरोना वायरस का असर तेजी से लोगों को अपने चपेटे में ले रहा है. इस वायरस से भारत भी अछूता नहीं है. भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 11 हजार का आंकड़ा पार कर चुका हैं. कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को रोकने के लिए देशभर में 3 मई तक लॉकडाउन लगा दिया गया है. लॉकडाउन के कारण देश के अलग-अलग राज्यों में कई लोग फंसे हैं. इनमें कई स्टूडेंट्स भी शामिल हैं जो पढ़ाई के लिए अपने राज्य से दूसरे राज्यों में गए थे लेकिन लॉकडाउन के कारण फंस गए हैं. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश की सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. दरअसल योगी आदित्यनाथ की सरकार ने राजस्थान के कोटा में फंसे यूपी के छात्रों को निकालने के लिए बड़ा फैसला लेते हुए 300 बसों को रवाना करने का फैसला लिया है.
रिपोर्ट के मुताबिक कोटा शहर के लिए आगरा से बस रवाना किया गया है और प्रत्येक बस में 25 से 30 स्टूडेंट्स बैठेंगे. वहीं हर बस में उत्तर प्रदेश पुलिस के जवान भी तैनात रहेंगे. कोटा में तकरीबन 6000 स्टूडेंट्स हैं जिन्हें वापस लाने का फैसला लिया गया है. बता दें कि कोटा में भारत के हर कोने से स्टूडेंट कोचिंग करने के लिए आते हैं. लॉकडाउन के जम्मू कश्मीर, बिहार समेत कई राज्यों के स्टूडेंट्स वहां फंसे हैं. वहीं राजस्थान में भी कोरोना वायरस के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है जिसके कारण स्टूडेंट्स के परिवार भी चिंतित हैं.
गौरतबल गुरुवार तक के आंकड़ो पर नजर डालें तो उत्तर प्रदेश कोविड-19 का पूल टेस्ट करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है. प्रदेश में 46 नए मामले सामने आने के साथ ही कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की संख्या बढ़कर 773 हो गई है. ये मामले 48 जिलों के हैं। इनमें से अब तक 69 लोग पूरी तरह ठीक हो चुके हैं. वहीं अभी तक इस बीमारी से 13 लोगों की मृत्यु हुई है.