Kerala Exit Polls 2021 Prediction: केरल में LDF फिर मारेगी बाजी, 100 से ज्यादा सीटें मिलने का अनुमान
सीएम पिनाराई विजयन (Photo Credits PTI)

Kerala Exit Polls 2021 Prediction: केरल में 6 अप्रैल को 140 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले गए. मतदान से पहले सभी पार्टी के नेता जी तोड़ मेहनत कर चुनाव प्रचार किये. वहीं अब केरल विधानसभा चुनाव के लिए एग्जिट पोल के नतीजे आने लगे हैं. एग्जिट पोल के आ रहे अब तक के नतीजों के अनुसार राज्य में लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट सबसे बड़ी पार्टी के रूप में चुनाव जीतकर सामने आ रही हैं. वहीं कांग्रेस की अगुवाई वाले यूडीएफ दूसरे नंबर जीत हासिल करती नजर आ रही हैं.

इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया एग्जिट पोल के मुताबिक केरल में लेफ्ट पार्टी को 104-120 सीटें, यूडीएफ (कांग्रेस नीत) 20 से 36 सीटें, एनडीए (भाजपा नीत) को 0-2 सीटों मिलने की संभावना है. इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया एग्जिट पोल के अनुसार राज्य में लेफ्ट पार्टी की फिर से सरकार बनेगी. क्योंकि ज्यादातर एग्जिट पोल में लेफ्ट के अगुआ पिनराई विजयन को एक बार फिर से सीएम बनते दिखाया गया हैं. हालांकि यह 2 मई वोटों के गिनती के बाद ही पता चलेगा किस पार्टी को सबसे ज्यादा सीट मिल रहे है. यह भी पढ़े: Kerala Assembly Election Results 2021: पुथुपल्ली विधानसभा सीट पर कांग्रेस नेता व पूर्व सीएम ओमान चांडी और CPM उम्मीदवार जैक सी थॉमस के बीच कड़ा मुकाबला, जानें कौन मारेगा बाजी?

वहीं रिपब्लिक-सीएनएक्स के एक्जिट पोल के अनुसार केरल में एलडीएफ को 72-80 सीटें मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है तो कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ को 58 से 64 सीटें मिल सकती हैं. एनडीए का बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं हैं. एनडीए को 1 से 5 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है.

वहीं सी वोटर के एग्जिट पोल के आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में सत्तारूढ़ एलडीएफ को 42.8 प्रतिशत वोट तो यूडीएफ को 41.4 प्रतिशत वोट शेयर मिलने की उम्मीद है और एनडीए को 13.7 प्रतिशत वोट मिलने की संभावना है, जो बीजेपी के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन इसके वोट शेयर में कमी आई है.

वहीं 2016 के विधानसभा चुनावों में, एलडीएफ को 43.5 प्रतिशत वोट शेयर मिले थे, इसलिए सत्तारूढ़ गठबंधन के वोट शेयर में 0.7 प्रतिशत की मामूली गिरावट की संभावना है, यूडीएफ ने 2016 में 38.8 प्रतिशत वोट हासिल किए थे, इस प्रकार इसके वोट शेयर में 2.6 प्रतिशत बढ़ोतरी की संभावना है। वहीं 2016 में एनडीए को 14.9 प्रतिशत वोट मिले थे, जिसमें 1.7 प्रतिशत की गिरावट की संभावना है. (इनपुट एजेंसी के साथ)