कर्नाटक में मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी (H D Kumaraswamy) की अगुवाई वाली कांग्रेस जेडीएस की सरकार गिर सकती है. शनिवार को कांग्रेस और जेडीएस के 11 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है. राज्य विधानसभा के स्पीकर रमेश कुमार (Ramesh Kumar) ने कहा कि कांग्रेस और जेडीएस के 11 विधायको का इस्तीफा उनके दफ्तर में आया है. उन्होंने कहा कि वे रविवार को छुट्टी पर हैं और वह विधानसभा स्थित अपने दफ्तर पहुंचने के बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट कर पाएंगे.
स्पीकर रमेश कुमार ने कहा मैं मंलगवार को ऑफिस आऊंगा. कानून के मुताबिक हम विधायकों को वापस नहीं लौटा सकते हैं. हम नियम कायदों के मुताबिक काम कर रहे हैं. रविवार को छुट्टी है और चूंकि मैं बेंगलुरु में नहीं हूं, इसलिए सोमवार को भी दफ्तर में नहीं रहूंगा. मंगलवार को दफ्तर जाएंगे तो फिर इस मामले को देखा जाएगा.
Karnataka Assembly Speaker Ramesh Kumar: I was supposed to pick up my daughter that is why I went home, I have told my office to take resignations and give acknowledgement. that 11 members resigned .Tomorrow is leave so I will see them on Monday. (file pic) pic.twitter.com/k4WQ2t0Wev
— ANI (@ANI) July 6, 2019
स्पीकर रमेश कुमार ने कहा कि उन्हें आज अपनी बेटे को लेने जाना था, इसलिए वह दफ्तर से जल्दी घर आ गए थे. उन्होंने अपने दफ्तर के कर्मचारियों को कहा है कि वह विधायकों का इस्तीफा कबूल कर लें और उन्हें इसकी पर्ची दे दें. स्पीकर ने कहा कि वे अब सोमवार को दफ्तर पहुंचने पर ही डिटेल में बातें बता पाएंगे.
कांग्रेस विधायक रामलिंगा रेड्डी ने कहा, 'मैं पार्टी में किसी पर दोष मढ़ने जा रहा हूं और नहीं पार्टी हाई कमान के बारे में कुल बोल रहा हूं. लेकिन कुछ मुद्दों पर लगता है कि मेरी अनदेखी की जा रही है. इसीलिए मैंने इस्तीफे का फैसला लिया है.' दिलचस्प बात ये है कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी (H. D. Kumaraswamy) फिलहाल अमेरिका के दौरे पर हैं. देश में उनके ना होने पर इस खबर को सुनकर उनकी एक तरफ से चिंता और बढ़ गई होगी. वो कल रात बेंगलुरु लौटेंगे.
Karnataka Chief Minister HD Kumaraswamy is not in the country. He is expected to return to Bengaluru from United States tomorrow https://t.co/Z4mvwsgi7v
— ANI (@ANI) July 6, 2019
बता दें कि 2018 में कर्नाटक में हुए विधानसभा चुनाव में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं आया था, जिसके बाद कांग्रेस और जेडीएस ने मिलकर सरकार बनाई. विधानसभा के 225 सीटों में से बीजेपी को 104 सीटें मिली, जो बहुमत से 9 कम हैं. कांग्रेस 80 सीटें जीतने में कामयाब रही और उसने JDS के साथ मिलकर सरकार बनाई. कांग्रेस ने JDSको बिना शर्त समर्थन दिया. जेडीएस ने 37 सीटों पर जीत दर्ज की थी.