कर्नाटक में जारी सियासी संकट के बीच विधानसभा स्पीकर रमेश कुमार ने कहा कि 13 में से 8 विधायकों के इस्तीफे कानूनन तौर पर सही नहीं है. स्पीकर रमेश कुमार ने बताया कि उन्होंने राज्यपाल वजुभाई पटेल को भी इसकी जानकारी दे दी है. स्पीकर रमेश कुमार ने बताया कि किसी भी बागी विधायक ने मुझसे मुलाकात नहीं की. मैंने राज्यपाल को भरोसा दिलाया है कि मैं संविधान के तहत काम करूंगा. मैंने विधायकों को मिलने का वक्त दे दिया है मैं चाहता हूं कि मुझसे मिलने से पहले विधायक खुद तैयार हो जाएं.
वहीं धारवाड़ में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस-जेडीएस सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. बीजेपी कार्यकर्ता सीएम कुमारस्वामी से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. इससे पहले सुबह बीजेपी ने बहुमत में होने का दावा किया.
Karnataka Assembly Speaker KR Ramesh Kumar:Have written to Governor that none of the rebel MLAs have met me. He has expressed confidence that I'll uphold constitutional norms. Out of 13 resignations, 8 are not according to law. I've given them time to present themselves before me pic.twitter.com/KSNInlGwBX
— ANI (@ANI) July 9, 2019
#Karnataka: BJP workers in Dharwad stage protest demanding the resignation of CM HD Kumaraswamy and formation of BJP govt in the state. pic.twitter.com/rkhiGzyVBf
— ANI (@ANI) July 9, 2019
बता दें कि विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार यदि 13 विधायकों के इस्तीफे स्वीकार कर लेते है तो सत्तारूढ़ गठबंधन को बहुमत खोने के खतरे का सामना करना पड़ सकता है. फैसले से पहले कुमार ने कहा कि वह सिर्फ नियमों के अनुसार ही आगे बढ़ेंगे. और संविधान के अनुसार जो सही होगा, वह वही करेंगे. हालांकि कांग्रेस-जेडीएस सरकार बचाने के हर संभव प्रयास कर रहे हैं.
इस्तीफा देने वाले सभी विधायक अभी मुंबई में हैं और वह अपना इस्तीफा वापस लेने से इनकार कर रहे हैं. पार्टी ने उन्हें मनाने की काफी कोशिश की. एचडी कुमारस्वामी मंत्रिमंडल के 30 मंत्रियों ने अपने पद से इस्तीफा भी दे दिया था. ताकि नाराज विधायकों को मंत्री का पद दिया जा सके. कर्नाटक के संकट को देखते हुए UPA चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने पार्टी नेता गुलाम नबी आजाद और बीके हरिप्रसाद को कर्नाटक भेजने का फैसला किया है.पार्टी की तरफ से इन दोनों नेताओं को कर्नाटक का मसला हल करने की जिम्मेदारी दी गई है.