नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाये जाने के बाद से पूरे देश में बावल मचा हुआ है. देश की राजनीतिक पार्टियों में सबसे ज्यादा इस धारा को हटाने को लेकर कोई विरोध कर रहा है तो वह कांग्रेस पार्टी है. लेकिन कांग्रेस पार्टी में भी धारा 370 को हटाने को लेकर दो फाड़ हो गई है. राहुल गांधी ने जहां इस धारा को हटाने को लेकर विरोध किया है. वहीं उनके करीबी पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने समर्थन किया है. बता दें कि इससे पहले इस धारा को जम्मू -कश्मीर से हटाने को लेकर राहुल गांधी के ही करीबी नेता मिलिंद देवड़ा और रायबरेली से विधायक अदिति सिंह भी इस धारा को रद्द करने को लेकर समर्थन कर चुकी है.
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस धारा को हटाये जाने को लेकर ट्वीट किया है. जिस ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि मैं जम्मू कश्मीर-लद्दाख और भारत में इसके पूर्ण एकीकरण पर उठाए गए कदम का समर्थन करता हूं. बेहतर होता अगर संवैधानिक प्रक्रिया का पालन किया गया होता. तब कोई सवाल नहीं उठाया जा सकता था. फिर भी, यह हमारे देश के हित में है और इसका समर्थन करता हूं.' यह भी पढ़े: कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने धारा 370 खत्म करने के फैसले का किया स्वागत, कहा- इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए
#जम्मूकश्मीर और #लद्दाख को लेकर उठाए गए कदम और भारत देश मे उनके पूर्ण रूप से एकीकरण का मैं समर्थन करता हूँ। संवैधानिक प्रक्रिया का पूर्ण रूप से पालन किया जाता तो बेहतर होता, साथ ही कोई प्रश्न भी खड़े नही होते। लेकिन ये फैसला राष्ट्र हित मे लिया गया है और मैं इसका समर्थन करता हूँ।
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) August 6, 2019
जानें, क्या है अनुच्छेद 370
बता दें कि भारतीय संविधान की धारा 370 जम्मू-कश्मीर राज्य को विशेष दर्जा प्रदान करती है. धारा 370 भारतीय संविधान का एक विशेष अनुच्छेद यानी धारा है, जो जम्मू-कश्मीर को भारत में अन्य राज्यों के मुकाबले विशेष अधिकार प्रदान करती है. भारतीय संविधान में अस्थायी, संक्रमणकालीन और विशेष उपबन्ध सम्बन्धी भाग 21 का अनुच्छेद 370 जवाहरलाल नेहरू के विशेष हस्तक्षेप से तैयार किया गया था. जो इस धारा को हटाये जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में दो केंद्र शासित राज्य बन गया है. जो जम्मू-कश्मीर और लद्दाख नाम से जाना जाएगा.