पाकिस्तान को भारत ने दिखाई उसकी औकात,सुषमा-कुरैशी की मुलाकात रद्द...BSF जवान की हत्या बनी वजह
सुषमा स्वराज और शाह महमूद कुरैशी (Photo Credit-PTI/Wikipedia)

नई दिल्ली: पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान (Pakistan) की ओर से विदेश मंत्री स्तर पर मुलाकात की पेशकश करने और भारत की ओर से पेशकश स्वीकार किए जाने के महज 24 घंटे के अंदर ही भारत ने इस मुलाकात को रद्द कर दिया है .विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता रवीश कुमार ने कहा कि दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच होने वाली बैठक को भारत ने रद्द कर दिया है. पाक की ओर से बातचीत करने का प्रस्ताव दिए जाने के बाद भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के बीच संयुक्त राष्ट्र महासभा के इतर न्यूयॉर्क में बातचीत की संभावना बनी थी, जो अब रद्द हो गई है.

उन्‍होंने कहा कि पाकिस्‍तान ने बुरहान वानी पर स्‍टांप जारी कर आतंक का गुणगान किया है. इससे जाहिर होता है कि PAK नहीं सुधरेगा. विदेश मंत्री स्तर पर पाकिस्तान से मुलाकात का निर्णय हमने पाकिस्तान की रिक्वेस्ट और उनके प्रधानमंत्री की चिट्ठी के जवाब में लिया था. पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री के नापाक इरादों वाला चेहरा सामने आ गया है. ऐसे में उनसे बातचीत का कोई मतलब नहीं बनता है. ऐसी स्थितियों में न्यूयॉर्क में विदेश मंत्रियों की कोई मुलाकात नहीं होगी. यह भी पढ़े-इमरान खान के अनुरोध के बाद UNGA में मिलेंगे भारत-पाकिस्तान के विदेश मंत्री, सुषमा स्वराज उठा सकती है ये मुद्दे

विदेश मंत्रालय ने बताया कि कल (गुरुवार) हमने घोषणा की थी कि भारत-पाकिस्तान के विदेश मंत्री न्यूयॉर्क में मुलाकात करेंगे. लेकिन इसके बाद 2 दर्दनाक घटनाएं घटी है. एक तो हमारे जवानों की दर्दनाक हत्याएं की गई. दूसरी पाकिस्तान द्वारा आतंकियों के स्टाम्प टिकट जारी किए गए. लेकिन अब यह लग रहा है कि पाकिस्तान की नई शुरुआत के पीछे और वार्ता के प्रस्ताव के पीछे नापाक इरादे हैं जिनका खुलासा हो चुका है.

गौरतलब है कि विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता रवीश कुमार ने गुरुवार को कहा था कि सुषमा स्‍वराज (Sushma Swaraj) और पाकिस्‍तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी की मुलाकात इस महीने के आखिर में होगी.

पाकिस्तान पीएम (Imran Khan) द्वारा भारत को लिखी गई चिट्ठी के मुद्दे पर विदेश मंत्रालय के सचिव रवीश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर स्पष्टीकरण दिया था. रवीश कुमार ने कहा था, 'प्रधानमंत्री ने इमरान खान को बधाई देते हुए चिट्ठी लिखी थी, जब वह पीएम बने थे. यह चिट्ठी उसी का जवाब है जो 17 सितंबर को पाक हाईकमिश्नर ने विदेश मंत्री को दी थी.