वाशिंगटन: अमेरिका में भारत के राजदूत हर्षवर्द्धन श्रृंगला (Harsh Vardhan Shringla) ने कहा कि पाकिस्तान ने अगर आतंकवादी का साथ देने की नीति नहीं छोड़ी तो भारत उसके साथ बातचीत नहीं कर सकता है. गौरतलब है कि श्रृंगला का यह बयान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) की लोकसभा चुनाव 2019 में भारी बहुमत से मिली जीत के बाद आया है. पुलवामा हमले के बाद राष्ट्रवाद आम चुनावों में बड़ा मुद्दा था.
श्रृंगला ने यहां अमेरिकी संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि दक्षिण एशियाई पड़ोसियों के बीच संबंधों को बेहतर बनाने के लिए शांति वार्ता की जिम्मेदारी अब पाकिस्तान के कंधों पर है. राजदूत ने कहा कि जब तक कोई देश आतंकवाद को राष्ट्रीय नीति के तौर इस्तेमाल करता रहेगा और भारत उस नीति से प्रभावित होता रहेगा, तक तब किसी भी (भारत) सरकार को ऐसे देश से बातचीत करने का जनादेश नहीं मिलेगा.
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भारत-पाक संबंधों के भविष्य पर किए गए सवाल के जवाब में श्रृंगला ने कहा कि पाकिस्तान जिसदिन अपने मतलब के लिए आतंकवाद का इस्तेमाल करना बंद कर देगा, ‘‘मुझे लगता है उसदिन सरकार अपने जनादेश के भीतर रहते हुए अपने पश्चिमी पड़ोसी के साथ बेहतर संबंधों की शुरुआत करेगा.’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हर भारतीय की इच्छा पाकिस्तान के साथ बेहतर संबंध रखने की है. आप बांग्लादेश, नेपाल, भूटाना, श्रीलंका, मालदीव, अफगानिस्तान के साथ हमारे संबंधों को देखें. हमारे संबंध बहुत अच्छे हैं.’’