![West Bengal: ममता बनर्जी का दावा- राज्य सरकार ने दुर्गा पूजा नहीं करने को लेकर कुछ नहीं कहा, गलत साबित होने पर करूंगी 101 बार उठक-बैठक West Bengal: ममता बनर्जी का दावा- राज्य सरकार ने दुर्गा पूजा नहीं करने को लेकर कुछ नहीं कहा, गलत साबित होने पर करूंगी 101 बार उठक-बैठक](https://hist1.latestly.com/wp-content/uploads/2020/04/2020-04-30-1-1-380x214.jpg)
कोलकाता: पश्चिम बंगाल (West Bengal) का सबसे बड़ा त्यौहार दुर्गा पूजा (Durga Puja) अगले महीने है, लेकिन इससे पहले ही सूबे की राजनीति गरमा गई है. मंगलवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने कहा कि राज्य में दुर्गा पूजा के आयोजन को स्थगित करने को लेकर कोई बैठक नहीं की गई है. विपक्ष केवल अफवाह फैला रहा है.
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा की एक राजनीतिक दल दुर्गा पूजा के आयोजन के बारे में अफवाहें फैला रहा है, अब तक इस पर हमारी कोई बैठक नहीं हुई है. उन्होंने आगे कहा “अगर कोई साबित करें कि पश्चिम बंगाल सरकार ने कहा है कि दुर्गा पूजा नहीं होगी, तो मैं 101 बार लोगों के सामने उठक-बैठक करूंगी.” रांची: दुर्गा पूजा पंडाल में लालू को ‘गरीबों का मसीहा’ तो राबड़ी को बताया गया ‘राजमाता’, बीजेपी ने जताया विरोध
A political party is spreading vicious rumours about Durga Puja, so far we haven’t had any meeting on it. Prove that West Bengal govt has said there will be no Durga Puja, I will do sit-ups in front of people 101 times: CM Mamata Banerjee pic.twitter.com/kTEBEFvm7V
— ANI (@ANI) September 8, 2020
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ता जा रहा है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों पर नजर डाले तो राज्य में आज सुबह तक कोविड-19 के 23,216 मरोजों का इलाज चल रहा है. जबकि 1,57,029 संक्रमित स्वास्थ्य हो चुके है और 3,620 की मौत हुई है.
कुछ समय पहले कोलकाता में दुर्गा पूजा आयोजकों के एक मंच ने उत्सव के दौरान कुछ सुरक्षात्मक कदम उठाए जाने की सिफारिश की है. आयोजकों ने सभी की थर्मल जांच करने और पंडाल के भीतर एक बार में केवल 25 लोगों को प्रवेश की अनुमति देने और ढांचों को नियमित रूप से संक्रमणमुक्त किए जाने की सिफारिश की. साथ ही पंडाल को सामने से खुला रखने की भी सिफारिश की है, ताकि यात्री उसमें प्रवेश किए बिना मूर्तियां देख सकें.