नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के पुलवामा (Pulwama) में 14 फरवरी को सीआरपीएफ (CRPF) के काफिले पर हुए आतंकी हमले (Terrorist Attack) के 12 दिन बाद 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के लड़ाकू विमानों ने पीओके और पाकिस्तान के बालाकोट (Balakot) स्थित आतंकी अड्डों (Terrorist Camps) को तबाह कर दिया था. भारतीय वायुसेना के इस एयर स्ट्राइक (Air Strike) के बाद खबरें आई कि 300 से ज्यादा आतंकी मारे गए हैं. भारतीय वायुसेना के इस एयर स्ट्राइक और मारे गए आतंकियों की संख्या को लेकर विपक्ष लगातार सरकार से सबूत पेश करने की मांग कर रहा है.
इस हमले में 250, 300, 400 या एक भी आतंकी नहीं मारे गए. इस मसले को लेकर सियासत जारी है. एक ओर जहां विपक्ष के कई नेता मारे गए आतंकियों की संख्या को लेकर केंद्र पर सवालों की बौछार कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ सरकार की ओर से अलग-अलग अंदाज में विपक्ष के आरोपों का जवाब दिया जा रहा है.
इसी कड़ी में बुधवार को एक बार फिर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह (Home Minister Rajnath Singh) ने विपक्ष (Opposition) पर जोरदार निशाना साधा. उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना ने जिस तरह से आतंकी शिविरों को निशाना बनाया था, वो बिल्कुल उल्लेखनीय है. लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो वायुसेना की इस कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं. मैं उन लोगों से पूछना चाहता हूं कि एयर स्ट्राइक के बाद क्या पायलटों का काम था कि वो जमीन पर उतर कर यह गिनें कि ऑपरेशन में कितने आतंकी मारे गए- 1,2,3,4,5...?
HM Rajnath Singh: The way IAF hit the terror camps is absolutely remarkable. But there are a few people who are questioning it, I want to ask them, was it the duty of pilots to land and then count the numbers to know how many were killed after the operation- 1,2,3,4,5? pic.twitter.com/hXR77u56Ha
— ANI (@ANI) March 6, 2019
हालांकि इससे पहले भी मंगलवार को असम (Assam) के धुबड़ी (Dhubri) में गृहमंत्री राजनाथ सिंह (Home Minister Rajnath Singh) ने कहा कि कुछ लोग पूछ रहे हैं कि कितने लोग मारे गए? जबकि भारत के सम्मानित और प्रामाणिक एनटीआरओ (NTRO) सर्विलांस प्रणाली ने यह साबित कर दिया है कि भारतीय वायुसेना के एयर स्ट्राइक के दौरान बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शिविरों में 300 मोबाइल एक्टिव थे. यह भी पढ़ें: सबूत मांगने वालों को गृहमंत्री राजनाथ सिंह का जवाब, बोले- अब तो NTRO ने भी यह साबित कर दिया है कि IAF एयर स्ट्राइक के दौरान बालाकोट में एक्टिव थे 300 मोबाइल
गौरतलब है कि एयर स्ट्राइक का सबूत मांगने वाले विपक्ष के नेताओं पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि विपक्ष को सबकुछ राजनीति की चाशनी में परोसा हुआ विषय नजर आता है और यह उनकी फितरत बन चुकी है. इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि हमले में मारे गए आतंकियों की संख्या को लेकर सबूत मांगने वाले लोगों को अगर भारतीय वायुसेना की कार्रवाई पर शक है तो उन्हें खुद पाकिस्तान जाकर आतंकियों के शवों को गिनना चाहिए.