सबूत मांगने वालों को गृहमंत्री राजनाथ सिंह का जवाब, बोले- अब तो NTRO ने भी यह साबित कर दिया है कि IAF एयर स्ट्राइक के दौरान बालाकोट में एक्टिव थे 300 मोबाइल
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह (Photo Credit-Facebook)

असम (धुबड़ी): 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट (Balakot) में जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammad) के आतंकी शिविरों (Terrorists Camp) पर भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के एयर स्ट्राइक (Air Strike) के बाद 300 से ज्यादा आतंकियों के मारे जाने का दावा किया जा रहा था. हालांकि एयर स्ट्राइक में मारे गए आतंकियों की संख्या को लेकर मोदी सरकार की तरफ से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई, लेकिन विपक्ष के कई नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एयर स्ट्राइक में मारे गए आतंकियों की संख्या को लेकर लगातार सबूत पेश करने की मांग कर रहे हैं. अब सबूत की मांग करने वाले विपक्ष के नेताओं को गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने करारा जवाब दिया है.

असम (Assam) के धुबड़ी (Dhubri) में पहुंचे गृहमंत्री राजनाथ सिंह (Home Minister Rajnath Singh) ने कहा कि कुछ लोग पूछ रहे हैं कि कितने लोग मारे गए? जबकि भारत के सम्मानित और प्रामाणिक एनटीआरओ (NTRO) सर्विलांस प्रणाली ने यह साबित कर दिया है कि भारतीय वायुसेना के एयर स्ट्राइक के दौरान बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शिविरों में 300 मोबाइल एक्टिव थे.

दरअसल, नेशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (NTRO) (National Technical Research Organization) के सर्विलांस से यह खुलासा हुआ है कि जब पाकिस्तान के बालाकोट में भारतीय वायुसेना ने एयर स्ट्राइक किया था, उस दौरान जैश के अड्डों पर 300 मोबाइल फोन एक्टिव थे.एनटीआरओ के इस खुलासे से यह साफ हो जाता है कि जिस समय बालाकोट में वायुसेना ने एयर स्ट्राइक किया था, उस दौरान जैश-ए-मोहम्मद के कैंपों में 300 आतंकी मौजूद थे. यह भी पढ़ें: बालाकोट में एयर स्ट्राइक को लेकर हुआ बड़ा खुलासा, NTRO ने की हमले के दौरान जैश के अड्डों पर 300 मोबाइल एक्टिव होने की पुष्टि

गौरतलब है कि केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह मंगलवार को असम के धुबड़ी जिले के बर्मनपाड़ा स्थित बार्डर आउट पोस्ट पहुंचे. जहां उन्होंने भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बनाई गई कंप्रिहैंसिव इंटिग्रेडेट बॉर्डर मैनेजमेंट सिस्टम फैंसिंग का उद्घाटन किया.