चंडीगढ़: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोलते हुए उन पर ''अडानी और अंबानी के लाउडस्पीकर'' होने का आरोप लगाया और कहा कि अगर अर्थव्यवस्था की यही स्थिति बनी रही तो अगले छह महीनों में पूरा देश एक आवाज में मोदी के खिलाफ खड़ा होगा. मेवात के नूंह में एक चुनावी जनसभा में राहुल ने यह दावा भी किया कि प्रधानमंत्री मोदी और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर कुछ उद्योगपतियों के लिए काम कर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया, ''नरेंद्र मोदी अडानी और अंबानी के लाउडस्पीकर हैं. दिन भर उनकी बात करते हैं. गांधी ने कहा, ''आप युवाओं को बेवकूफ बनाकर सरकार नहीं चला सकते. सच्चाई सामने आएगी. आप देखेंगे कि क्या होगा.
उन्होंने दावा किया, '' छह महीने में पता चलेगा और पूरा देश नरेंद्र मोदी के खिलाफ एक आवाज में उठेगा. उन्होंने कहा, ''एक के बाद एक झूठे वादे सुनाई देते हैं. बोला गया कि दो करोड़ रोजगार देंगे, किसानों को सही दाम देंगे.लेकिन कुछ नहीं हुआ. करोड़ों युवा बेरोजगार हैं लेकिन मोदी जी और खट्टर जी एक के एक बाद झूठ बोल रहे हैं. नूंह से आफताब अहमद और मेवात क्षेत्र के कांग्रेस के अन्य विधानसभा उम्मीदवारों के समर्थन में रैली कर रहे गांधी ने कहा, ''नरेंद्र मोदी मन की बात करते हैं लेकिन मैं आप से काम की बात करता हूँ. गुड़गांव-अलवर रेलवे लाइन और मेवात में विश्वविद्यालय, कोटला झील का विस्तार और मेवात नहर का निर्माण का वादा है। कांग्रेस की सरकार बनी तो ये काम हो जाएंगे. यह भी पढ़े: हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019: कांग्रेस ने जारी की स्टार प्रचारकों की लिस्ट-राहुल, प्रियंका गांधी, सोनिया-मनमोहन सहित ये है 40 नाम
उन्होंने कहा, ''विचारधारा की लड़ाई है। देश में अलग-अलग धर्म और जाति के लोग रहते हैं। कांग्रेस सबकी पार्टी है. हमारा काम लोगों को जोड़ने का है। भाजपा और आरएसएस का काम देश को तोड़ने और लोगों को एक दूसरे से लड़ाने का है. वह जहां जाते हैं लोगों को एकदूसरे से लड़ाते हैं.'
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने दावा किया, ''अर्थव्यवस्था की धज्जियां उड़ा दी गईं. कहीं भी चले जाओ और लोगों से पूछो कि काम कैसे चल रहा है तो सब बोलेंगे कि नरेंद्र मोदी ने बेड़ा गर्क कर दिया. उन्होंने कहा, ''नरेंद्र मोदी ने पहले नोटबन्दी की और कहा कि आतंकवाद खत्म होगा। लाइन में अडानी और अनिल अंबानी नहीं खड़े थे. लाइन में आम लोग खड़े थे। इसके बाद गब्बर सिंह टैक्स लगा दिया। इससे आम लोगों को कोई फायदा नहीं हुआ। सिर्फ देश के 15-20 उद्योगपतियों को फायदा हुआ. गांधी ने सवाल किया, ''ये खुद को देशभक्त कहते हैं लेकिन ये सरकारी कंपनियां अपने उद्योगपति मित्रों को क्यों दे रहे हैं . उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर कुछ उद्योगपतियों के लिए काम कर रहे हैं. गांधी ने प्रधानमंत्री पर कटाक्ष किया, ''वह कभी चांद की ओर जाते हैं तो कभी जिम कार्बेट चले जाते हैं.... बॉलीवुड की बात करते हैं. लेकिन बेरोजगारी के बारे में बात नहीं करते.
उन्होंने कहा ‘‘.... राफेल दिखाएंगे और लेकिन यह नहीं बताएंगे कि इसमें कितनी चोरी हुई है? ’’कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ''नरेंद्र मोदी ने 15 लोगों का साढ़े पांच लाख करोड़ रुपया माफ किया है।''उन्होंने कहा ‘‘ मैंने कहा था मोदी जी ने स्वयं राफेल मामले में दस्तावेज बदलवाए। लेकिन यह बात मीडिया में नहीं आई. ’’गांधी ने कहा, ''कभी राफेल के सामने पूजा होगी तो कभी प्रधानमंत्री जिम कार्बेट जाएंगे, लेकिन किसानों से यह नहीं पूछेंगे कि आपको क्या चाहिए.
गौरतलब है कि अतीत में कई मौकों पर गांधी राफेल में प्रधानमंत्री मोदी और उद्योगपति अनिल अंबानी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा चुके हैं. हालांकि सरकार एवं अंबानी के समूह ने आरोप को खारिज किया है।चुनावी सभा में गांधी कहा, ''40 वर्षों में सबसे ज्यादा बेरोजगारी है। आपने मोदी को ट्रंप, अडानी और अंबानी के साथ देखा होगा , लेकिन किसानों के साथ नहीं देखा होगा।''गांधी ने कहा, ''हमने कहा था कि देश की अर्थव्यवस्था को चालू करना चाहते हो तो न्याय योजना लागू करना पड़ेगा। किसान, गरीब और मजदूर की जेब में पैसा डालना पड़ेगा। यह सरकार नहीं समझती कि गरीब को पैसा देने से अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी.