गुजरात में विधानसभा चुनाव संपन्न हो गए हैं. राज्य विधानसभा की कुल 182 सीटों पर कुल 2 चरणों में वोट पड़े. पहले चरण में 1 दिसंबर और दुसरे चरण में 5 दिसंबर को मतदान हुआ. इस बार भाजपा का मुकाबला न केवल अपनी पारंपरिक विरोधी कांग्रेस से है बल्कि आम आदमी पार्टी (आप) से भी है जो अपने आप को मुख्य विपक्षी दल साबित करने के प्रयास में जुटी हैं.
बहरहाल, आज चुनाव संपन्न होने के बाद एग्जिट पोल के अनुमान आने भी शुरू हो गए हैं. एग्जिट पोल के अनुमानों के अनुसार बीजेपी फिर सत्ता में आती नजर आ रही हैं. लगभग सभी चैनल बीजेपी को एक क्लियर मेजोरिटी के साथ सरकार बनाते दिखा रहे हैं. आपको बता दें कि ये केवल अनुमान हैं. नतीजे गुरुवार को आएंगे.
गुजरात में 27 वर्ष तक शासन करने वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) लगातार सातवीं बार सत्ता पर कब्जा जमाने की कोशिश कर रही है. अगर वह कामयाब होती है तो वाम मोर्चे की सरकार के रिकॉर्ड की बराबरी कर लेगी जिसने 2011 तक लगातार सात बार पश्चिम बंगाल चुनाव जीता था.
अगर बीजेपी फिर एक बार जीतती हैं तो ये होंगे जीत के सबसे बड़े कारण
पीएम मोदी का चहरा:
बीजेपी जिस भी राज्य में चुनाव लडती हैं वह पीएम मोदी को ही आगे रखती हैं. अमूमन देखा गया है कि लोग भी पीएम मोदी के काम से खुश नजर आते हैं और उन्हें एक मजबूत नेता के तौर पर देखते है. बीजेपी को इसका फायदा भी खूब मिलता हैं.
कांग्रेस की टॉप लीडरशिप गायब:
गुजरात जैसे अहम राज्य में चुनाव हुआ और प्रचार में टॉप नेता नदारद रहें. बीजेपी ने एक ओर अपने सभी अस्त्र मैदान में उतार दिए थे तो वहीं, कांग्रेस की ओर से प्रियंका-सोनिया गांधी राज्य में आई ही नहीं. राहुल गांधी केवल एक ही दिन राज्य में आये और अपने भारत जोड़ो यात्रा में मसरूफ रहें. आप की ओर से भी केजरीवाल और अन्य नेताओं ने प्रचार किया.
बीजेपी का बूथ मैनेजमेंट:
बीजेपी ने गुजरात में बूथ मैनेजमेंट भी दूसरी पार्टियों से अच्छा किया है. इसका भी फायदा उन्हें मिलने की संभावना है.
आपको बता दें कि ये महज अनुमान हैं. रिजल्ट 8 दिसंबर को आएंगे.