लोकसभा में मंजूरी मिलने के बाद तीन तलाक बिल (Triple Talaq Bill) को मंगलवार को राज्यसभा (Rajya Sabha) में पेश किया जाएगा. बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने अपने सांसदों के लिए व्हिप जारी किया है. मोदी सरकार हर हाल में इस बिल को पास कराना चाहती है. इसके लिए पार्टी ने सोमवार को 3 लाईन का व्हिप जारी किया. जारी व्हिप में कहा गया है कि मंगलवार को दोनों सदनों के सदस्य मौजूद रहेंगे और सरकार द्वारा पेश किए गए विधेयकों का समर्थन करेंगे. दोपहर 12 बजे बिल सदन में लाया जाएगा.
राज्यसभा में एनडीए (NDA) को बहुमत नहीं है. इसलिए बीजेपी की राह यहां आसन नहीं है. जनता दल यूनाईटेड (JDU) बिल के खिलाफ है. बीजेडी (BJD) की तरफ से सरकार को समर्थन की बात कही गई है.
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बीजेडी देगी सरकार को समर्थन-
Prasanna Acharya, Biju Janata Dal (BJD) Floor Leader in Rajya Sabha to ANI: BJD will support Triple Talaq Bill in Rajya Sabha. pic.twitter.com/JkPHDxfSLI
— ANI (@ANI) July 30, 2019
राज्यसभा में बिल पास करवाना सरकार के लिए चुनौती-
कांग्रेस (Congress), टीएमसी, आरजेडी, एसपी और बीएसपी तीन तलाक बिल के खिलाफ हैं. वहीं बीजेपी की सहयोगी जेडीयू भी ट्रिपल तलाक के मुद्दे पर लोकसभा से वॉकआउट कर चुकी है. ऐसी स्थिति में मोदी सरकार के सामने तीन तलाक बिल को राज्यसभा में पारित कराना बड़ी चुनौती है.
तीन तलाक बिल 25 जुलाई को लोकसभा में विपक्ष के भारी विरोध के बीच पारित हो चुका है. वोटिंग के दौरान बिल के पक्ष में 303 वोट, जबकि विरोध में 82 मत डाले गए थे. बिल पर वोटिंग से पहले लोकसभा से जेडीयू, टीआरएस, YSR कांग्रेस और TMC ने वॉकआउट कर दिया था. जेडीयू, टीएमसी वोट से अलग रहीं, वहीं, बीजेडी ने बिल के पक्ष में वोट किया था. टीआरएस, वाईएसआर कांग्रेस बिल के खिलाफ हैं.
बीजेपी इस तरह से करवा सकती है बिल पास-
राज्यसभा में कुल सांसदों की संख्या 241 है. ऐसे अगर ट्रिपल तलाक बिल पास करवाना है तो 121 वोट की जरूरत पड़ेगी. राज्यसभा में बीजेपी के कुल 78 सांसद हैं. वहीं बीजेपी के सहयोगी दल (NDA) के सांसदों की संख्या इस प्रकार है, शिवसेना 3, एआईएडीएमके 11, शिरोमणी अकाली दल 3 के सांसद हैं. वहीं 12 मनोनीत और निर्दलीय सांसदों समेत कुल 113 सदस्यों का समर्थन हासिल है.