नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी के 23 नेताओं ने सोनिया गांधी को पत्र लिखा कहा कि पार्टी में नीचे से लेकर ऊपर तक नए सिरे से नेत्रित्व की जरूरत है. कांग्रेस पार्टी के इन नेताओं द्वारा पत्र लिखे जाने के बाद सोनिया गांधी ने अंतरिम अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की पेशकश की है. जिसके बाद पार्टी में बवाल बढ़ गया. राहुल गांधी ने पत्र भेजने वाले नेताओं को बीजेपी से मिले होने की बात कहा. जिसके बाद पार्टी में राहुल के प्रति नाराजगी बढ़ गई. कांग्रेस के नेताओं को बीजेपी का एजेंट कहे जाने का गुलाम नबी आजाद समेत कई नेताओं ने राहुल गांधी के इस बयान का विरोध किया हैं. वहीं कांग्रेस पार्टी में मचे इस सियासी बवाल पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) का गुलाम नबी आजाद को लेकर एक ट्वीट किया है.
असदुद्दीन ओवैसी ने गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) समेत कांग्रेस के नेताओं को बीजेपी के एजेंट कहे जाने पर ट्वीट किया. उन्होंने लिखा आदर्श न्याय, गुलाम नबी साहब मुझ पर यही आरोप लगाते थे. अब आप पर भी यही आरोप लगा है. 45 साल की गुलामी सिर्फ इसलिए? अब ये साबित हो गया है कि जनेऊधारी लीडरशिप का विरोध करने वाला बी-टीम ही कहलाया जाएगा. मुझे उम्मीद है कि मुस्लिम समुदाय के लोग समझेंगे कि कांग्रेस के साथ रहने से क्या होता है. यह भी पढ़े: CWC मीटिंग में BJP से सांठगांठ से बड़ा हंगामा, राहुल गांधी के बचाव में उतरे गुलाम नबी आजाद, कही ये बात
Poetic Justice: @ghulamnazad GHULAM NABI sb u'd accused me of exactly this. Now you're accused of the same. 45 years of ghulami for this? Now it's proven that anyone opposing Janeudhari leadership will be branded B-Team I hope Muslims now know the high cost of loyalty to Congress https://t.co/cdodv5x7B4
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) August 24, 2020
हालांकि राहुल गांधी के इस बयान का गुलाम नबी आजाद समेत सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले नेताओं ने विरोध किया है. गुलाम नबी आजाद ने तो यहां तक कहा कि यदि यह साबित हो जाए कि बीजेपी के लिए काम कर रहे है तो वे पार्टी छोड़ देंगे. वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने भी राहुल गांधी के इस बयान का विरोध किया है.