लखनऊ: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने रविवार को पूर्व सांसद रमाकांत यादव को पार्टी में शामिल किया. चार बार के सांसद, रमाकांत यादव को पिछले सप्ताह कांग्रेस ने निष्कासित कर दिया था. रमाकांत यादव, जिन्होंने समाजवादी पार्टी के साथ राजनीति में आगाज किया था, अपने समर्थकों के साथ सपा में शामिल हुए और उन्होंने इसे 'घर वापसी' करार दिया. उन्होंने कहा कि सपा में स्वागत किए जाने पर वह अभिभूत हैं.
अखिलेश यादव ने कहा कि रमाकांत की सपा में वापसी से पार्टी मजबूत होगी. रमाकांत आजमगढ़ से ताल्लुक रखते हैं. आजमगढ़ सीट फिलहाल अखिलेश यादव के पास है. रमाकांत के भाई उमाकांत यादव बसपा के पूर्व सांसद हैं और उनके बेटे अरुण कुमार यादव आजमगढ़ की फूलपुर पवई सीट से भाजपा के विधायक हैं.
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रमाकांत को उनकी राजनीतिक उपलब्धियों से ज्यादा पूर्व में किए गए आपराधिक कृत्यों के लिए जाना जाता है. 62 साल के रमाकांत यादव समाजवादी पार्टी में घर वापसी करने से पहले कई दलों का हिस्सा रह चुके हैं. उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1996 में की थी, जब उन्होंने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के रूप में आजमगढ़ लोकसभा सीट जीती थी. उन्होंने 1999 में फिर से यह सीट जीता.
2004 में, उन्होंने बहुजन समाज पार्टी में शामिल होने के लिए समाजवादी पार्टी छोड़ दी और बसपा के टिकट पर आजमगढ़ सीट जीत ली. 2008 में वह भाजपा में चले गए और 2009 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर आजमगढ़ से जीते. वह 2014 में आजमगढ़ सीट मुलायम सिंह यादव से हार गए थे. इस साल की शुरुआत में वह कांग्रेस में शामिल हो गए, लेकिन 2019 का लोकसभा चुनाव हार गए, जो उन्होंने भदोही से लड़ा था.