कोरोना वायरस का प्रकोप देशभर में जारी है. ऐसे में मोदी सरकार ने देश में लागू लॉकडाउन लगा दिया है. इस दौरान कई जगहों पर रोजगार की तलाश में बाहर गए लोग और पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी फंस गए हैं. जिसे लेकर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. उन्होंने पत्र लिखकर कहा है कि मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों के लोग अलग-अलग जगहों पर फंसे हैं और इनमे कई स्टूडेंट्स भी हैं, जिन्हें जरूरत की चीजें नहीं मिल पा रही हैं. इसके साथ न तो कोई उन्हें कोई भरोसा दिलाने वाला है. ऐसे में सभी के मन में डर व्याप्त है. कमलनाथ ने अपने पत्र के माध्यम से पीएम मोदी से आग्रह किया है कि वे जल्दी से दूसरे राज्यों में रह रहे मजदूर और स्टूडेंट्स को भरोसा दिलाएं और उनका ख्याल रखें. कई लोग अपने गांव और परिवार से दूर हैं.
कमलनाथ ने पत्र में लिखा है कि पैदल चलकर आने वालों की स्क्रिंग की जाए और निरोगी होने और सभी को विशेष परिवहन से उनके ठिकानों पर छोड़ा जाये. लोगों की बेबसी देखकर असहनीय पीड़ा हो रही है. कोरोना महामारी से निपटने के लिए किए जा रहे प्रयासों के लिए हमके आपके साथ हैं और अपनी पूरी क्षमताओं के साथ इस विभीषिका के खिलाफ लड़ाई के लिए तैयार हैं.
ANI का ट्वीट:-
Former Madhya Pradesh Chief Minister Kamal Nath has written a letter to Prime Minister Narendra Modi urging him to help the migrant workers and students amid #CoronavirusLockdown saying, "Workers&students cannot be left in destitute. We have to come forward promptly to help them" pic.twitter.com/DJyA6ZHiLa
— ANI (@ANI) March 31, 2020
बता दें कि लॉकडाउन के बाद से कमलनाथ सरकार की खामियां बताने का काम कर रहे हैं. इससे पहले उन्होंने ट्विटर के माध्यम से ट्वीट कर सीएम शिवराज सिंह चौहान को कहा था कि शिवराज जी,प्रदेश में कोरोना संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन का सख़्ती से पालन हो,इसमें किसी को गुरेज़ नहीं है लेकिन इंदौर में जिस प्रकार से दूध की सप्लाई को भी बंद करने का निर्णय लिया गया है वो बेहद ही आपत्तिजनक है.
गौरतलब हो कि मध्य प्रदेश में कोरोना का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. इंदौर और भोपाल के 19 और लोगों में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि होने के साथ ही मध्य प्रदेश में इस घातक वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 66 हो गई है. वहीं पांच लोगों की संक्रमण से मौत हो चुकी है.