नई दिल्ली, 25 फरवरी 2021. कृषि कानूनों (Farm Bills 2020) को लेकर किसानों का विरोध प्रदर्शन राजधानी दिल्ली (Delhi) में लगातार जारी है. किसानों के मसले पर सियासी बयानबाजी भी खूब हो रही है. कांग्रेस सहित पूरा विपक्ष लगातार किसानों के मसले पर केंद्र सरकार को घेरता आ रहा है. इसी बीच केंद्र की तरफ से नरमी के संकेत मिले हैं. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने किसानों से बातचीत की बात कही है. उन्होंने कहा कि हम बातचीत के लिए तैयार हैं और किसान अपना मत लेकर आएं.
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि हमने किसानों से 12 दौर की बातचीत की. किसानों को कई संशोधन और कृषि क़ानूनों को डेढ़ साल के लिए स्थगित करने का प्रस्ताव दिया. उन्होंने प्रस्ताव पर कोई जवाब नहीं दिया. किसान जब भी सरकार के प्रस्ताव पर अपना मत लेकर आएंगे तो हम बातचीत के लिए तैयार है. यह भी पढ़ें-Farmers Protest: किसान नेता वीएम सिंह ने कहा, हमने आंदोलन छोड़ा नहीं स्वरूप बदला है
ANI का ट्वीट-
हमने किसानों से 12 दौर की बातचीत की। किसानों को कई संशोधन और कृषि क़ानूनों को डेढ़ साल के लिए स्थगित करने का प्रस्ताव दिया। उन्होंने प्रस्ताव पर कोई जवाब नहीं दिया। किसान जब भी सरकार के प्रस्ताव पर अपना मत लेकर आएंगे तो हम बातचीत के लिए तैयार है: केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर pic.twitter.com/xfxKhH7QcC
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 25, 2021
वहीं दूसरी तरफ केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि कृषि क़ानूनों के फायदो के बारे में किसान यूनियन के नेता भी जानते हैं. राकेश टिकैत जी ने खुद कहा है कि नए कृषि क़ानून आने के बाद मेरे पिताजी की आत्मा को 27 साल बाद शांति मिली है और इन क़ानूनों से किसानों को फायदा होगा. जबकि किसानों की तरफ से आंदोलन तेज हो इसे लेकर महापंचायतें की जा रही हैं. कांग्रेस सहित पूरा विपक्ष किसानों के साथ नजर आ रहा है.