नई दिल्ली: कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलान पिछले 26 नवंबर से लगातार जारी हैं. किसानों की मांगों को नहीं माने जाने पर उनका आंदोलन और तेज होने जा रहा हैं. वे अपनी मांगो को लेकर कल यानी शनिवार को दिल्ली-जयपुर रोड को जाम करने जा रहे हैं. किसानों के आंदोलन को लेकर मोदी सरकार असमंजस की स्थिति में है कि उनके आंदोलन को खत्म कैसे करवाये. क्योंकि किसान कानून में संशोधन नहीं बल्कि तीनों कानून को रद्द करने की मांग कर रहे हैं. वहीं विपक्ष के साथ ही एनडीए में शामिल आरएलपी सरकार की चिंता बढ़ा दी हैं. आरएलपी के अध्यक्ष और नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) ने चेतावनी दी है कि यदि किसानों की मांगे नहीं मानी जाती है तो वे एनडीए का साथ छोड़ देंगे.
किसानों की मांगो को लेकर आरएलपी अध्यक्ष बेनीवाल ने पीएम मोदी (PM Modi) और गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) को संदेश के तौर पर मैसेज भेजा हैं. उन्होंने अपने संदेश में कहा है कि अगर समय रहते आंदोलन पर गौर नहीं किया गया तो किसानों का आंदोलन पूरे देश में फैल जाएगा. मैं किसानों के सम्मान के लिए एनडीए और सांसद पद छोड़ने को तैयार हूं. आरएलपी अध्यक्ष बेनीवाल एनडीए से लग होते हैं तो मोदी सरकार के लिए दूसरा झटका होगा. क्योंकि इसके पहले कृषि बिल को लेकर अकाली दल से मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री हरसिमरत कौर बादल इस्तीफा दे चुकी हैं. यह भी पढ़े: Farmers Protest: नए कृषि कानूनों के खिलाफ भारतीय किसान यूनियन ने SC का दरवाजा खटखटाया
I had sent HM & PM a message on Twitter that they should listen to farmers. If agitation isn't looked into in time, it'll spread across the country. I'm ready to leave NDA & MP post, if needed, for the respect of farmers: Hanuman Beniwal, RLP leader & MP from Nagaur#Rajasthan pic.twitter.com/rEvqd8xVJC
— ANI (@ANI) December 11, 2020
कृषि कानून को लेकर किसान सरकार को चारों तरफ से घेरने की कोशिश कर रहे हैं. कृषि बिल को वापस लेने को लेकर जहां वे 16 दिन से सरकार के विरोध में सिंघु बॉडर पर डटे हुए हैं. वहीं किसानों की कृषि कानूनों की लड़ाई सुप्रीम कोर्ट में पहुंच चुकी हैं. किसान नेताओं ने कृषि कानून को रद्द करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को एक याचिका दायर की हैं. जिस पर जल्द ही सुनवाई होने वाली हैं.