नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) के विरोध में नॉर्थ ईस्ट दिल्ली (North East Delhi) में भड़की हिंसा की आग की लपटें अब धीरे-धीरे शांत हो रही हैं. पिछले कई दिनों से जारी हिंसा पर विराम लग गया है और अब स्थिति सामान्य हो गई है. हालांकि किसी तरह की अप्रिय घटना दोबारा न घटे, इसलिए प्रभावित इलाकों में भारी तादात में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है. दिल्ली हिंसा (Delhi Violence) मामले में अब तक 48 एफआईआर दर्ज किए जा चुके हैं. वहीं भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janata Party) के नेता कपिल मिश्रा (Kapil Mishra) के खिलाफ हिंसा भड़काने के आरोप में दो मामले दर्ज किए गए हैं. कपिल मिश्रा पर सीएए के विरोध प्रदर्शन के दौरान भड़काऊ भाषण देकर लोगों को भड़काने का आरोप है.
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, गुरुवार को बीजेपी नेता कपिल मिश्रा सामने आए और उन्होंने अपनी सफाई दी. उन्होंने कहा कि कोई देश तोड़ने की बात करे तो उससे कोई सवाल नहीं पूछता, किसी के घर की छत पर पेट्रोल बम मिल रहे हैं, हथियार मिल रहे हैं, उनमें से किसी से सवाल नहीं पूछा जा रहा. लेकिन जिस व्यक्ति ने 35 लाख लोगों का रास्ता खुलवाने के लिए अनुरोध किया तो उसे आतंकवादी कहा जा रहा है. यह भी पढ़ें: दिल्ली हिंसा: केजरीवाल सरकार मृतकों के परिजनों को देगी 10-10 लाख रुपये का मुआवजा, घायलों का होगा मुफ्त इलाज
देखें ट्वीट-
कपिल मिश्रा, भाजपा: कोई देश को तोड़ने की बात करे उससे कोई सवाल नहीं पूछता, किसी की घर की छत पर पेट्रोल बम मिल रहे हैं, हथियार मिल रहे हैं, उनमें से किसी से सवाल नहीं पूछा जा रहा। लेकिन जिस व्यक्ति ने 35 लाख लोगों का रास्ता खुलवाने के लिए अनुरोध किया तो उसे आतंकवादी कहा जा रहा है। pic.twitter.com/zJW4HYLNyN
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 27, 2020
उधर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली हिंसा में जान गंवाने वालों के परिजनों को 10 लाख रुपए, घायलों को 2 लाख रुपए और मामूली रूप से जख्मी हुए लोगों को 20-20 हजार रुपए मुआवजे के तौर पर देने का ऐलान किया है. गौरतलब है कि बीते रविवार को नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएए) को लेकर विरोधियों और समर्थकों के बीच खूनी झड़प के बाद हिंसा भड़क उठी थी. राजधानी में हुई इस भयावह हिंसा में अब तक 35 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और 200 लोग घायल बताए जा रहे हैं.