लोकसभा चुनाव की समाप्ति के तुरंत बाद ही दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है. अरविंद केजरीवाल ने लोकसभा चुनाव में हार के बाद बिना देरी किए आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं. जनता को लुभाने के लिए आम आदमी पार्टी विधानसभा चुनावों से पहले महिलाओं को डीटीसी बसों और मेट्रो में मुफ्त सफर की स्कीम देने की तैयारी पर विचार कर रही है. दिल्ली विधानसभा चुनाव को देखते हुए इसे केजरीवाल सरकार का मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है.
सरकार की ओर से दिल्ली मट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) से यह पूछा है कि इस योजना को कैसे लागू किया जा सकता है और इसके क्या तकनीकी पहलू होंगे. यह भी पूछा गया है कि इस योजना को लागू करने के लिए मुफ्त पास या कोई अन्य विकल्प क्या हो सकता है.
महिलाओं की मुफ्त यात्रा की तैयारी
फिलहाल इस योजना को लागू करने में दिल्ली सरकार पर आनेवाले खर्च का आकलन किया जा रहा है. दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने डीएमआरसी अधिकारियों से इस योजना को हर हाल में हमें लागू करने के लिए कहा है. उन्होंने कहा है कि मेट्रो में महिलाओं की मुफ्त यात्रा पर आने वाला खर्च दिल्ली सरकार द्वारा उठाया जाएगा. सरकार डीएमआरसी को भुगतान करेगी.
अगले 6 महीने में लागू को सकती है स्कीम
गहलोत ने कहा कि दिल्ली में पब्लिक ट्रांसपोर्ट से सफर करने वाली महिलाओं की सुरक्षा के लिए भी सभी जरूरी उपाय किए जा रहे हैं. बसों में सीसीटीवी व पैनिक बटन लगाने का फैसला भी किया गया है. ऐसा अनुमान है कि इसे लागू करने पर सरकार पर प्रति वर्ष करीब 1200 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा. कैलाश गहलोत ने शुक्रवार को मेट्रो के अधिकारियों से मिलने के बाद कहा कि कोई तकनीकी अड़चन नहीं आई तो छह महीने में योजना लागू कर दी जाएगी. दिल्ली सरकार ने इसके लिए डीएमआरसी से जल्द प्रस्ताव लाने को कहा है.
केजरीवाल जनता से पूछ रहे हैं गलती
बता दें कि लोकसभा चुनाव में सूपड़ा साफ होने के बाद केजरीवाल दिल्ली के अलग- अलग इलाकों में जाकर न सिर्फ नए वादे कर रहे हैं बल्कि समस्याओं को तुरंत निपटाने के आश्वासन भी दे रहे हैं. केजरीवाल लोगों से लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को वोट न देने की वजह और गलतियां पूछ रहे हैं.
गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 2020 के फरवरी में पूरा हो रहा है. साल के आखिरी महीनों में दिल्ली में विधानसभा चुनाव का ऐलान हो सकता है. लोकसभा चुनाव में बीजेपी का प्रदर्शन देखते हुए आम आदमी पार्टी को कई हद तक विधानसभा चुनावों का भी डर सताने लगा है. यही कारण है कि सीएम केजरीवाल खुद जनता से अपनी गलतियां पूछ रहे हैं.
केजरीवाल कह रहे हैं कि आम आदमी पार्टी एक छोटा सा पौधा है, इस पौधे को बचाकर रखना हम सभी के लिए जरूरी है. अगर पौधा मर गया तो उम्मीद की किरण खत्म हो जाएगी. केजरीवाल ने जनता से 2015 जैसे समर्थन की मांग की.