नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी में रविवार से अध्यक्ष पद को लेकर मचे सियासी बवाल के बाद सोमवार को यह बवाल तब और बढ़ गया. जब राहुल गांधी ने सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले 23 कांग्रेस के नेताओं को पत्र लिखे जाने के बाद इन नेताओं को बीजेपी के लिए काम करने का आरोप लगाया. जिसके बाद पार्टी में सियासी हलचल बढ़ गया. पत्र लिखने वाले नेताओं ने राहुल गांधी के इस बयान का विरोध किया. वहीं सूत्रों के वाले से खबर है कि कांग्रेस वर्किंग कमिटी (CWC) की बैठक में इन नेताओं ने अपनी बात को रखते हुए कहा कि वे संगठन की बेहतरी के लिए सोचते हैं. इसलिए पत्र लिखा था. उन्होंने कहा कि उन सभी को सोनिया गांधी के नेतृत्व में पूरा भरोसा है. इसलिए उनके बयान का गलत मतलब ना निकाला जाए.
दरअसल राहुल गांधी के बयान के बाद जब विरोध बढ़ने लगा तो राहुल गांधी के इस बयान के सफाई में कांग्रेस के राष्टीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि राहुल गांधी ने पार्टी के नेताओं के बारे में ऐसा कुछ नहीं कहा है. दरअसल कहा जा रहा है राहुल गांधी के इस बयान का विरोध होने पर उन्होंने खुद पत्र लिखने वाले नेताओं में कपिल सिब्बल से बात की. जिसके बाद नाराज कपिल सिब्बल ने भी कहा कि राहुल गांधी ने ऐसा कुछ भी नहीं कहा है. यह भी पढ़े: CWC मीटिंग में BJP से सांठगांठ से बड़ा हंगामा, राहुल गांधी के बचाव में उतरे गुलाम नबी आजाद, कही ये बात
Leaders who wrote to Sonia Gandhi over party leadership said in CWC- There were some concerns for the betterment of the organisation, wrote letter to convey those. Have full faith in the leadership of Sonia Gandhi and Rahul Gandhi: Sources
— ANI (@ANI) August 24, 2020
बता दें कि कि लेटर को बवाल तब बढ़ गया. जब कांग्रेस वार्किंग कमिटी की बैठक में राहुल गांधी ने पार्टी में नेतृत्व के मुद्दे पर सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले नेताओं पर निशाना साधा और कहा कि जब पार्टी राजस्थान एवं मध्य प्रदेश में विरोधी ताकतों से लड़ रही थी और सोनिया गांधी अस्वस्थ थीं तो उस समय ऐसा पत्र क्यों लिखा गया.