नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2019) के प्रचार के आखिरी दिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेंस की. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी (PM Modi) ने मुझसे डिबेट क्यों नहीं किया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी (Prime Minister Modi) राफेल (Rafale Deal) पर क्यों डर गए? आपने अनिल अंबानी (Anil Ambani) को 30 हजार करोड़ रुपये क्यों दिया. राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर भी गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने इलेक्शन कमीशन पर पक्षपाती रवैया अपनाने का आरोप लगाया.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने चुनाव आयोग पर बेहद गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने इलेक्शन कमीशन पर पक्षपाती रवैया अपनाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि आयोग ने पीएम मोदी की सहूलियत के हिसाब से चुनाव के कार्यक्रम तय किए गए. यह भी-राहुल गांधी का दावा- नोटबंदी से पहले पीएम मोदी ने अपने मंत्रियों को कमरे में बंद कर दिया था, देखें वीडियो
Congress President Rahul Gandhi on opposition alliance: I have said it clearly, public will decide on May 23, and the basis of which we will work. pic.twitter.com/cm38Xh47fV
— ANI (@ANI) May 17, 2019
उन्होंने मीडिया से सवाल किया कि मुझसे न्याय योजना का पैसा कहां से आएगा..ये सब सवाल पूछते रहे औऱ तो पीएम से आम खाने के तरीके औऱ कपड़ों पर सवाल से आगे बढ़ मुद्दों पर सवाल नही पूछे. उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह का बहुत अनुभव है. मैं नरेंद्र मोदी नहीं हूं. मैं अनुभवी लोगों को धक्का मारकर नहीं भगाता हूं. कांग्रेस उनके अनुभव का फायदा उठाएगी.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस ने विपक्ष का काम बखूबी निभाया. 23 मई को जनता का मूड पता चल जाएगा. स्थिति साफ हो जाएगी कि कौन प्रधानमंत्री बनेगा, कौन नहीं बनेगा. जनता मालिक है जो आदेश होगा, उसका पालन होगा.
Congress President Rahul Gandhi at a Press Conference: Prime Minister holds a press conference just 4-5 days before the election ends, unprecedented, Prime Minister of India is holding a press conference for the first time. pic.twitter.com/S647jZA7XV
— ANI (@ANI) May 17, 2019
ज्ञात हो कि अन्य विपक्षी पार्टियां भी चुनाव आयोग पर पक्षपाती रवैया अपनाने का आरोप लगा चुकी हैं. लोकसभा चुनाव 2019 के प्रचार अभियान के आखिरी दिन राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर चुनाव आयोग पर हमला बोला.