प्रियंका गांधी से आस लगाए UP के कांग्रेस कार्यकर्ताओं को ये नतीजे जान लेना चाहिए
असम विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन एक बार फिर निराशाजनक रहा है. ऐसे में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ-साथ पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पर भी सवाल उठना लाजिमी है. दरअसल, राहुल गांधी के साथ-साथ प्रियंका गाधी ने भी असम विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी.
Assam Assembly Election Results 2021: असम में हुए विधानसभा चुनावों के परिणाम के लिए वोटों की गिनती अभी जारी है. हालांकि, राज्य के सभी 126 सीटों के रुझान सामने आ गए हैं. खबर लिखे जाने तक प्राप्त रुझानों के अनुसार, बीजेपी गठबंधन 78 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है और कांग्रेस गठबंधन 47 सीटों पर आगे चल रहा है. असम में बहुमत का जादुई आंकड़ा 64 सीटों का है जिसे बीजेपी गठबंधन ने रुझानों में हासिल कर लिया है और लगभग तय है कि राज्य में फिर से कमल खिलने जा रहा है. बहरहाल, असम विधानसभा चुनाव में कांग्रेस (Congress) का प्रदर्शन एक बार फिर निराशाजनक रहा है. ऐसे में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के साथ-साथ पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) पर भी सवाल उठना लाजिमी है. दरअसल, राहुल गांधी के साथ-साथ प्रियंका गाधी ने भी असम विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी. यह भी पढ़ें- Assembly Election Results 2021: पांच विधानसभा के चुनाव नतीजों के रुझान कांग्रेस के लिए क्या कर रहे हैं बयान? राहुल पर फिर सवालिया निशान!
प्रियंका गांधी वाड्रा ने असम में रैलियां और जनसभाएं तो की हीं. इसके साथ-साथ प्रियंका जनता के बीच भी गईं. उन्होंने गुवाहाटी में कामाख्या देवी के मंदिर में पूजा-अर्चना की और असम के चाय बागनों में पत्तियां तोड़ती भी नजर आईं. ऐसे में चुनाव नतीजों के आधार पर कहा जा रहा है कि असम की जनता को प्रियंका गांधी का चायपत्ती तोड़ना पसंद नहीं आया. प्रियंका गांधी ने असम में प्रचार अभियान का जिम्मा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सौंप रखा था. हालांकि तमाम प्रयासों के बाद भी कांग्रेस असम में सत्ता पाने में विफल रही.
ज्ञात हो कि प्रियंका गांधी कांग्रेस महासचिव के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में पार्टी प्रभारी भी हैं और इन चार राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी के बाद अगला अहम विधानसभा चुनाव उत्तर प्रदेश का ही है. यूपी में साल 2022 के शुरुआती महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं. असम में प्रियंका गांधी द्वारा इतना प्रचार-प्रसार करने के बावजूद कांग्रेस का प्रदर्शन खराब रहा. इसका असर साफ तौर पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर पड़ेगा विशेषकर यूपी के पार्टी कार्यकर्ताओं पर जो प्रियंका गांधी से आस लगाए बैठे थे.