पार्टी ने यह भी कहा कि वह सरकार में आने पर उन अधिकारियों की जवाबदेही सुनिश्चित करेगी जो 'प्रधानमंत्री और अमित शाह के इशारे पर' विरोधियों को परेशान कर रहे हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने संवाददाताओं से कहा, "प्रधानमंत्री और भाजपा सरकार की दुर्भावना और प्रतिशोध की भावना एक बार फिर प्रकट हुई है. वह सरकारी एजेंसियों का इस्तेमाल विरोधियों को परेशान करने के लिए कर रही है." उन्होंने कहा, "वह पहले सीबीआई को दुरुस्त कर लेते तो अच्छा होता. हाल में जो विवाद हुआ है, उस कारण इसकी विश्वस्नीयता नहीं है."
शर्मा ने कहा, "सुबह हुड्डा जी के यहां छापेमारी की है. हम उसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं. यह बदले की भावना से किया गया है. सरकार की नीयत और नीति खराब है. चुनाव के नजदीक आने के साथ इस तरह की कोशिश बढ़ती जा रहीं हैं." उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री और भाजपा यही संदेश देना चाहते हैं कि विपक्ष भयभीत होकर बैठ जाए. देश के लोग भी इसे समझ रहे हैं."
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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, "जींद में प्रचार कार्य आखिरी दौर में है. आज ही हुड्डा जी की वहां रैली थी. क्या यही कारण है कि आज ही छापेमारी की गई?" उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा, "सरकारी एजेंसियों को कानून के दायरे में काम करना चाहिए. चुनाव नजदीक हैं और सरकार बदलेगी. नई सरकार में हर उस संस्था और अधिकारी की जवाबदेही सुनिश्चित की जाएगी जो मोदी जी और अमित शाह के इशारे पर विरोधियों को निशाना बना रहे हैं.
उन्होंने कहा, "कोई संस्था ऐसी नहीं है जो मोदी जी और अमित शाह के हस्तक्षेप से बची हुई है. हम सरकारी एजेंसियों के दुरुपयोग से डरने वाले नहीं हैं." कांग्रेस नेता ने पूछा कि मोदी सरकार भाजपा के उन नेताओं के खिलाफ सीबीआई का इस्तेमाल क्यों नहीं कर रही है जिन पर गंभीर आरोप हैं ?