नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस (Congress) बीच गठबंधन को लेकर खींचतान जारी है. लेकिन दोनों पार्टियों के नेताओं की तरफ से बयानबाजी जारी है. बावजूद इसके गठजोड़ की कोशिश किसी अंजाम तक नहीं पहुंच सकी है. आज एक आप (AAP) प्रत्याशी द्वारा नामांकन करने के ऐलान के बीच कांग्रेस नेतृत्व में गठबंधन को लेकर चर्चा शुरू हो गयी है. आप (AAP) से गठबंधन की हिमायत करने वाले कांग्रेस नेता व दिल्ली प्रभारी पीसी चाको राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से मिलने पहुंचे गए हैं. खबरें है कि कांग्रेस हरियाणा में 6-3-1 के फॉर्मूले पर मन बना चुकी है. वहीं, आम आदमी पार्टी (AAP) के सूत्रों के मुताबिक आप 6-3-2 फॉर्मूले पर विचार कर रही है.
खबर है कि दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से चल रही इस मुलाकात में पीसी चाको आप (AAP) से गठबंधन से जुड़ी जानकारियां साझा कर रहे हैं. हालांकि इससे पहले राहुल गांधी खुद इस मुद्दे पर ट्वीट कर चुके हैं और आप को दिल्ली (Delhi) में चार सीटें ऑफर कर चुके हैं. लेकिनऐसी खबरें है कि दोनों पार्टियों के बीच हरियाणा को लेकर बात नहीं बन पा रही है. यह भी पढ़े-लोकसभा चुनाव 2019: गठबंधन में देरी के लिए कांग्रेस और आप ने एक-दूसरे को ठहराया जिम्मेदार, राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा केजरीवाल ने लिया यू टर्न
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस नेतृत्व के साथ अभी भी बातचीत का दौर जारी है और उसने कांग्रेस के सामने दिल्ली, हरियाणा (Haryana) और चंडीगढ़ की 18 सीटों में से कांग्रेस को दस, आप को पांच और जननायक जनता पार्टी (जजपा) को तीन सीट पर चुनाव लड़ने की पेशकश की है. हालांकि, बुधवार को कांग्रेस के हरियाणा प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने साफ कहा था कि अभी हरियाणा को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई है. आजाद के इस बयान पर आम आदमी पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी.
आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह (Sanjay Singh) ने कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद और भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के बयानों का जिक्र करते हुए कहा था कि कांग्रेस का रवैया बताता है कि वह मोदी को रोकने के मूड में नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने गठबंधन में देरी के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है.
गौरतलब है कि हरियाणा (Haryana) के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी है अगर राष्ट्रीय स्तर पर कोई समझौता होता है तो उसका असर हरियाणा पर भी होगा. हरियाणा में आप (AAP) से गठबंधन की कोई बात ही नहीं है.