बिहार (Bihar) उपचुनाव की दोनों सीटों पर JDU ने जीत हासिल की है. कुशेश्वरस्थान और तारापुर विधानसभा सीट पर जेडीयू ने कब्जा जमा लिया है. कुशेश्वरस्थान सीट पर JDU के अमन भूषण हजारी ने RJD के उम्मीदवार गणेश भारती को हराया. वहीं तारापुर में कड़े मुकाबले के बीच JDU के राजीव कुमार सिंह ने RJD उम्मीदवार अरुण कुमार साहा को हरा दिया. By-Election Result 2021: राजस्थान विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस की जीत का श्रेय पार्टी ने गहलोत सरकार को दिया.
इस जीत पर JDU चीफ और राज्य के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने कहा, "बिहार विधानसभा उपचुनाव में कुशेश्वरस्थान एवं तारापुर से जदयू और एनडीए के उम्मीदवारों को जीत दिलाने के लिए क्षेत्र की जनता को बधाई. लोकतंत्र में जनता मालिक है और जनता ने अपना फैसला सुना दिया है."
नीतीश कुमार का ट्वीट
बिहार विधानसभा उपचुनाव में कुशेश्वरस्थान एवं तारापुर से जदयू और एन०डी०ए० के उम्मीदवारों को जीत दिलाने के लिए क्षेत्र की जनता को बधाई। लोकतंत्र में जनता मालिक है और जनता ने अपना फैसला सुना दिया है।
— Nitish Kumar (@NitishKumar) November 2, 2021
इस जीत से यह फिर से साफ हो गया है कि बिहार में NDA का जादू बरकरार है. वहीं RJD पूरी ताकत झोंकने के बाद भी 1 सीट पर भी जीत हासिल नहीं कर पाई.
इस हार पर पार्टी नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने कहा, "हमने मजबूती के साथ दो सीटों पर चुनाव लड़ा. 5 सत्ताधारी पार्टियों के गठबंधन के विरुद्ध राजद ने पहले से अधिक मत प्राप्त किए. मतदाता मालिकों का हार्दिक धन्यवाद. सत्ता में बैठ गांव के हालात को भूल गए लोगों को कथित विकास का दर्शन कराया. बिहार की जनता बदलाव चाहती है और बदलाव होकर रहेगा."
तेजस्वी यादव का ट्वीट
हमने मजबूती के साथ दो सीटों पर चुनाव लड़ा। 5 सत्ताधारी पार्टियों के गठबंधन के विरुद्ध राजद ने पहले से अधिक मत प्राप्त किए।मतदाता मालिकों का हार्दिक धन्यवाद।
सत्ता में बैठ गांव के हालात को भूल गए लोगों को कथित विकास का दर्शन कराया।बिहार की जनता बदलाव चाहती है और बदलाव होकर रहेगा।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 2, 2021
वहीं इस हार के लिए लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) ने RJD के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, पार्टी उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी, वरिष्ठ नेता सुनील सिंह और अन्य सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदार ठहराया.
तेज प्रताप ने कहा, "इन नेताओं ने तेजस्वी यादव को पार्टी के नेता के रूप में पेश किया है और उन्होंने सभी को इसमें शामिल नहीं किया. वे मेरे बीमार पिता को चुनाव प्रचार में ले गए. अगर हमें लड़ना है, तो हमें इसे एक साथ लड़ना होगा."
तेज प्रताप ने आगे कहा, "हम लंबे समय से कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन में थे. मेरे पिता हमेशा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से बात करते हैं. उन्होंने इस उपचुनाव के दौरान भी उनसे बात की थी. हमने बिहार में हमेशा कांग्रेस पार्टी को अपने साथ लिया है."
उन्होंने कहा, "जगदानंद सिंह, सुनील सिंह, संजय सिंह जैसे नेता हार के लिए जिम्मेदार हैं. शिवानंद तिवारी जैसे लोग हमें हराने के लिए हमारी पार्टी में आते हैं. उनकी विफलता के कारण, मेरा छोटा भाई चुनाव हार गया. मैं समझ सकता हूं कि वह इस समय किस तरह के दर्द से गुजर रहे हैं."