राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और विपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया सहित शीर्ष भाजपा नेताओं ने शुक्रवार को विवादास्पद नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के समर्थन में यहां एक रैली की. इस कार्यक्रम में केंद्रयी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी मौजूदगी दर्ज कराई. रैली में राज्य के सांसदों, भाजपा नेताओं और पाकिस्तान से आए हिंदू प्रवासियों सहित 15,000 से अधिक लोगों ने भाग लिया था, जो दूर-दराज के क्षेत्रों से भी आए हुए थे. रैली के दौरान लोगों ने भारत माता की जय के साथ ही सीएए के पक्ष में भी नारे लगाए.
रैली शहीद स्मारक से शुरू होकर सिविल लाइन गेट पर जाकर समाप्त हुई. मार्च शुरू होने से पहले नेताओं ने शहीद स्मारक पर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की. सिविल लाइन गेट पर जमा हुई लोगों की यह सभा एक प्रदर्शन में परिवर्तित हो गई. इस अवसर पर बोलते हुए राजे ने कहा, "केंद्र सरकार पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आने वाले अल्पसंख्यकों के लिए यह कानून लाई है. मैंने व्यक्तिगत रूप से पाकिस्तान से आए हिंदू प्रवासियों का दौरा किया है और उनकी दुर्दशा देखी है. उनकी दुर्दशा सुनकर मेरी आंखों में आंसू आ गए. यह एक उदास कहानी है कि वे बिना किसी सुविधा के यहां कैसे रह रहे हैं."
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कटारिया ने कहा, "हम उन अल्पसंख्यकों को नया जीवन देने के लिए एक अधिनियम लाए हैं, जो वर्षों से सताए गए हैं." इसके बाद प्रदर्शनकारी गवर्नर हाउस पहुंचे, जहां उन्होंने राष्ट्रपति के लिए एक ज्ञापन सौंपा. इस अवसर पर पूनिया ने कहा, "राजस्थान के मुख्यमंत्री ने इस अधिनियम पर दोहरा मापदंड अपनाया है. उन्हें प्रवासियों को नागरिकता देनी होगी, क्योंकि यह अधिनियम संसद द्वारा पारित किया गया है."