बिहार: तेजस्वी यादव ने ADG की चिट्ठी को लेकर नीतीश सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, पटना में दफ्तर के बाहर लगाया पोस्टर
तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर कसा तंज ( फोटो क्रेडिट- twitter)

बिहार की राजनीति में एक बार फिर से पोस्टर वॉर शुरू हो गया है. बिहार के एडीजी के पत्र को लेकर विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर हमला करते हुए के पटना में RJD दफ्तर के बाहर पोस्टर लगाया है, जिसमें सवाल पूछते हुए कहा है कि क्या श्रमिक उन्हें चोर और लुटेरे लगते हैं. उन्हें रोजगार क्यों नहीं दे सकते हैं. आखिर बेरोजगारों का अपमान क्यों? तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा है कि नकारा और निकम्मी बिहार सरकार की गरीबों के प्रति नफरती सोच को उजागर करने के लिए इस चिट्ठी के होर्डिंग को आज हमने पटना में लगाया. तेजस्वी यादव ने लिखा, सभी न्यायप्रिय साथियों से आह्वान करता हूँ कि श्रमिकों का अपमान करने वाली इस निर्दयी सरकार की ग़रीबों के प्रति घृणित सोच को गाँव-गाँव तक उजागर करें.

बता दें कि तेजस्वी यादव ने इस दौरान बीजेपी पर भी हमला किया. उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा कि बीजेपी के अधीन कार्य कर रहे आदरणीय श्री नीतीश कुमार जी द्वारा बिहार के श्रमवीरों के संबंध में गृहविभाग से एक चिट्ठी जारी करवाई जिसमें श्रमिक भाइयों के बारे में बेहद अपमानजनक और अशोभनीय टिप्पणियाँ की गयी है. इस चिट्ठी में श्रमिकों को चोर, लुटेरा, गुंडा और अपराधी कहा गया है. यह भी पढ़ें:- बिहार ADG के पत्र पर मचा बवाल, प्रवासियों के लौटने से बढ़ेंगे अपराध, विवाद के बाद लिया पत्र वापस.

तेजस्वी यादव का ट्वीट:- 

जानें पूरा क्या है पूरा मामला

बिहार में प्रवासी श्रमिकों के बड़ी संख्या में आने के कारण कानून एवं व्यवस्था के बारे में जिलों को सतर्क किये जाने के संबंध में पुलिस महानिदेशक (ADG) (लॉ एंड ऑर्डर) अमित कुमार ने 29 मई को एक पत्र जारी किया था. जिसमें लिखा था कि कोरोना वायरस के कारण बड़ी संख्या में श्रमिक अपने राज्य बिहार लौट रहे हैं. जिसके मद्देनजर पत्र लिखकर आशंका जताई है कि प्रवासी मजदूरों के वापस आने से बिहार में अपराध बढ़ सकते हैं. वहीं विवाद बढ़ने के बाद चार जून को एक पत्र के जरिये इस पत्र को अब वापस ले लिया गया है. वहीं सफाई देते हुए दूसरे पत्र में कहा गया है कि पिछला पत्र भूलवश जारी किया गया था.