भोपाल: मध्य प्रदेश के झाबुआ विधानसभा सीट के उपचुनाव में नामांकन भरे जाने के साथ ही इस चुनाव को भारत-पाकिस्तान से जोड़ने की कवायद शुरू हो गई है. भारतीय जनता पार्टी (BJP ) के नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव (Gopal Bhargava) ने कांग्रेस उम्मीदवार कांतिलाल भूरिया (Kantilal Bhuria) को पाकिस्तान का प्रतिनिधि बता डाला. इस पर एक तरफ जहां सियासत गर्मा गई है, तो वहीं दूसरी ओर भार्गव के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है. भार्गव ने सोमवार को झाबुआ में भाजपा उम्मीदवार भानु भूरिया का नामांकन भरे जाने के बाद आयोजित सभा में कहा, "यह चुनाव दो दलों के बीच नहीं है, यह भारत और पाकिस्तान के बीच का चुनाव है.
भानु भाई हिंदुस्तान का प्रतिनिधित्व करते हैं और कांतिलाल भूरिया पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करते हैं. उन्होंने कहा, "उनका दल ऐसे लोगोंे का समर्थन करता है, जो पाकिस्तान को प्रोत्साहित करते हैं.इसलिए यहां मौजूद लोग बताएं कि वे हिंदुस्तान के साथ है या पाकिस्तान के साथ. भार्गव ने भाजपा उम्मीदवार को जीताने का आह्वान करते हुए आगे कहा, "अगर कांग्रेस जीत गई तो यह संदेश जाएगा कि हिंदुस्तान का प्रतिनिधि जो भारतीय है, आदिवासी है, जो गांव में मेहनत करता है वह हार गया और पाकिस्तान का समर्थन करने वाले दल का प्रतिनिधि जीत गया. ऐसे में यह आपकी पराजय होगी, आपकी हार होगी. भाजपा नेता ने कहा, "इस चुनाव में देश की आन दांव पर लगी है। क्योंकि कांग्रेस पार्टी इन दिनों हर बात पर पाकिस्तान का समर्थन करती है. यह भी पढ़े: सीएम कमलनाथ का बयान, कहा- विधानसभा उपचुनाव लड़ने के लिए सौंसर सीट को दूंगा प्राथमिकता
झाबुआ के निर्वाचन अधिकारी अभय खराड़ी के अनुसार, "भाजपा की रासवाड़ा में आयोजित रैली में गोपाल भार्गव द्वारा कांग्रेस उम्मीदवार कांतिलाल भूरिया को पाकिस्तान का उम्मीदवार बताया गया, इस तरह उन्होंने चुनाव आयोग के नियमों का उल्लंघन किया, जो आईपीसी 153, 505, 188 और लोक प्रतिनिधित्व कानून की धारा 123 और 125 का उल्लंघन है। इसके चलते भार्गव के खिलाफ कोतवाली में मामला दर्ज कर लिया गया है.
भार्गव के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने आईएएनएस से कहा, "भाजपा के लोग कुंठा से भरे हुए हैं, उनके पास देश की आजादी के लिए दिए गए योगदान को लेकर बताने के लिए कुछ नहीं है, लिहाजा वे बयानों से अपनी कुंठा निकाल देते हैं। जबकि कांग्रेस वह दल है, जिसने देश की आजादी में योगदान दिया। सही अर्थ में देश और कांग्रेस एक दूसरे के पर्याय हैं.