Bharat Bandh: आप और कांग्रेस में फिर ठनी, मनीष सिसोदिया बोले-बीजेपी वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह को कुछ नहीं कहते क्योंकि वो भाजपा के साथ मिलकर किसानों को देश विरोधी बता रहे हैं
कैप्टन अमरिंदर सिंह और मनीष सिसोदिया (Photo Credits-Twitter/ANI)

नई दिल्ली, 8 दिसंबर. किसानों के भारत बंद (Bharat Bandh) का असर देश के कई राज्यों में साफ दिख रहा है. कल केंद्र (Modi Govt) के साथ होने वाली बैठक से पहले किसानों का भारत बंद एक हिसाब से प्रेशर पॉलिटिक्स के तौर भी देखा जा रहा है. भारत बंद अभी तक शांतिपूर्ण रहा है. लेकिन सियासी बयानबाजी खत्म नहीं हुई है. इसी कड़ी में एक बार फिर आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस के बीच ठन गई है. दरअसल आप ने आज बड़ा आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने दिल्ली-हरियाणा सिंघु बॉर्डर पर कृषि बिल (Farm Bills 2020) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों से मुलाकात करने के एक दिन बाद सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को नजरबंद किया गया है. इस पुरे मामले पर बातचीत करते हुए दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amrinder Singh) को घसीट लिया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह को कुछ नहीं कहते क्योंकि वो भाजपा के साथ मिलकर किसानों को देश विरोधी बता रहे हैं.

दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि कल जब अरविंद केजरीवाल किसानों से मिलने सिंघु बॉर्डर गए थे, उसके बाद से BJP बुरी तरह घबरा गई है, बीजेपी नेताओं ने उसके बाद से अरविंद केजरीवाल को हाउस अरेस्ट कर रखा है. बीजेपी को डर है कि कहीं अरविंद केजरीवाल किसानों के समर्थन में सड़क पर न निकल आएं. उन्होंने कहा कि बीजेपी वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह को कुछ नहीं कहते क्योंकि वो उनके (BJP) साथ मिलकर किसानों को देश विरोधी बता रहे हैं. यह भी पढ़ें-Bharat Bandh: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दिल्ली पुलिस ने घर पर किया नजरबंद, घर के बाहर की बैरिकेडिंग- AAP

ANI का ट्वीट-

वहीं आम आदमी पार्टी के सीएम अरविंद केजरीवाल को नजरबंद करने के आरोपों पर दिल्ली पुलिस ने बयान जारी किया है. उन्होंने इसे सिरे से खारिज करते हुए कहा कि पुलिस ने केजरीवाल को घर में नजरबंद नहीं किया है. इस तरह की सभी खबरें फेक हैं. दूसरी तरफ यूपी के गाजियाबाद में भारत बंद के दौरान भीम आर्मी के समर्थकों का विरोध किसानों ने किया है. ये कार्यकर्ता किसानों का समर्थन करने के लिए आए थे.