बेगूसराय लोकसभा सीट 2019 के चुनाव परिणाम: कन्हैया कुमार पिछड़े, गिरिराज सिंह चल रहे आगे
बेगूसराय में त्रिकोणीय मुकाबला (Photo Credits: Facebook)

लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) जो रविवार 19 मई को संपन्न हुए उनके शुरुआती रुझान आने शुरू हो गए हैं. इसी कड़ी में बिहार के बेगूसराय (Begusarai) सीट के रुझान भी आ रहे हैं. इस सीट से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) के कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar), बीजेपी के गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) और आरजेडी के तनवीर हसन (Tanveer Hasan) मैदान में हैं. ताजा रुझानों के मुताबिक, गिरिराज सिंह बेगूसराय लोकसभा सीट से आगे चल रहे हैं. बता दें कि लोकसभा चुनावों के लिहाज से बिहार (Bihar) एक अहम राज्य हैं जिसमें 40 लोकसभा सीट है. सूबे में 7 चरणों में लोकसभा चुनाव हुए थे. रविवार शाम को आए ज्यादातर एग्जिट पोल के नतीजों में एनडीए गठबंधन के महागठबंधन से आगे रहने का अनुमान लगाया गया है.

बता दें कि बेगूसराय सीट को लेकर कई राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यहां सीपीआई के ‘पोस्टर बॉय’ कहे जा रहे कन्हैया और केंद्रीय मंत्री व बीजेपी नेता गिरिराज सिंह के बीच ‘सीधी टक्कर’ है. हालांकि कुछ जानकारों का दावा है कि दरअसल यह मुकाबला त्रिकोणीय है, जिसमें आरजेडी के उम्मीदवार तनवीर हसन की प्रभावी मौजूदगी है. ‘बिहार का लेनिनग्राद’ और ‘मिनी मॉस्को’ कहलाने वाली, बिहार की बेगूसराय सीट पर भूमिहार, यादव और मुसलमान मतदाताओं की अच्छी-खासी संख्या बताई जा रही है. कुर्मी और अन्य पिछड़ी जतियों के साथ अनुसूचित जाति के मतदाता भी इस सीट पर काफी दखल रखते हैं. यह भी पढ़ें- लोकसभा चुनाव 2019: कन्हैया कुमार ने बिहार के बेगूसराय सीट से किया नामांकन, रोड शो में उमड़ा जनसैलाब

साल 2008 में हुए परिसीमन से पहले बेगूसराय लोकसभा क्षेत्र दो हिस्सों - बेगूसराय और बलिया में बंटा हुआ था. साल 2008 से पहले वाली बेगूसराय सीट पर मुख्यत: कांग्रेस का प्रभुत्व रहा था. कांग्रेस आठ बार इस सीट पर जीत दर्ज करने में सफल रही. यही स्थिति बलिया में वामपंथियों की थी. लेकिन परिसीमन के बाद बनी बेगूसराय सीट पर इन दोनों दलों की स्थिति कमजोर हुई. साल 2009 के लोकसभा चुनाव में जेडीयू उम्मीदवार ने सीपीआई के दिग्गज नेता शत्रुघ्न प्रसाद सिंह को हरा दिया था, जबकि 2014 के आम चुनावों में बीजेपी के भोला सिंह विजयी रहे थे.

बेगूसराय सीट पर जहां बीजेपी उम्मीदवार गिरिराज सिंह सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के मुद्दे को उठा रहे हैं और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय सुरक्षा के विषय पर मुखर हैं, वहीं कन्हैया स्थानीय मुद्दों और लोकतंत्र की रक्षा की जरूरत पर जोर दे रहे हैं. आरजेडी उम्मीदवार तनवीर हसन सुर्खियों में नहीं हैं, लेकिन स्थानीय स्तर पर उनकी उपस्थिति आसानी से देखी जा सकती है. हसन अलग-अलग इलाकों में छोटी-छोटी जनसभाओं पर जोर दे रहे हैं. हसन को बेगूसराय में राजद का कद्दावर और लोकप्रिय नेता माना जाता है. पिछली बार उनके और बीजेपी के दिवंगत नेता भोला सिंह के बीच कांटे का मुकाबला हुआ था और सिंह ने हसन को करीब 58,000 वोटों से हराया था. यह भी पढ़ें- लोकसभा चुनाव 2019: मधेपुरा से उम्मीदवार पप्पू यादव ने गाया गाना- 'ये पब्लिक है ये सब जानती है', देखें Video

बेगूसराय संसदीय क्षेत्र में कुल सात विधानसभा सीटें हैं. इनके नाम हैं- चेरिया बरियारपुर, मटिहानी, बखरी, बछवाड़ा, साहेबपुर कमाल, तेघड़ा और बेगूसराय. बखरी सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. बता दें कि बिहार की कुल 40 सीटों पर सात चरणों में वोट डाले गए थे. 11 अप्रैल 2019 को पहले चरण के लिए वोट डाले गए तो वहीं 19 मई को आखिरी चरण का मतदान संपन्न हुआ. पहले चरण में कुल 91 सीटों के लिए वोट डाले गए. दूसरे चरण में 97, तीसरे चरण में 117, चौथे चरण में 71, पांचवे चरण में 51, छठे चरण में 59 और सातवें चरण में 59 लोकसभा सीटों के वोट डाले गए.

भाषा इनपुट